लगातार पांच दिन मुहूर्त फिर पांच दिन का गैप
ज्योतिषाचार्य जगदीश शर्मा ने बताया कि दरअसल इस वर्ष देवउठनी ग्यारस बीत जाने के एक सप्ताह बाद तक विवाह के मुहूर्त नहीं पड़े। इस दौरान सूर्य वर्तमान में तुला राशि में चल रहा था। 17 नवम्बर रविवार से सूर्य के वृश्चिक राशि में आ जाने के बाद विवाह मुहर्त शुरू हो जाएंगे। इस तरह पहला मुहर्त 18 नवम्बर को रहेगा इसके बाद 19, 20,21, 22 और 23 को लगातार पांच दिन तक विवाह मुहूर्त हैं। इसके बाद पांच दिन का अंतराल रहेगा। फिर 27, 28 और 29 नवम्बर को विवाह मुहूर्त रहेंगे। इस तरह इस माह के आखिरी 12 दिनों में नौ मूहर्त रहेंगे जबकि दिसम्बर में पांच और सात तारीख को दो मुहूर्त रहेंगे।
सज गए बाजार
विवाह मुहूर्त नजदीक आने के साथ ही शादियों की तैयारियों में तेजी आ गई है। बाजार में शादियों की रस्मों को देखते हुए परंपरागत चीजें सज गई हैं तो कई नई प्रयोग भी हो रहे हैं। सबसे ज्यादा तेजी कपड़े और गहनों के बाजार में दिख रही है। शादियों की परंपरा से जुड़े साफा, पगड़ी, कटार से लेकर थालियां, कलश और सूप तक खासतौर पर डिजाइन होकर आ रहे हैं।