खराब जीवनशैली से शरीर में जमा हुए टॉक्सिन से निजात के लिए पंचकर्म का सहारा
खान-पान से लेकर हवा तक में मौजूद प्रदूषण धीरे-धीरे शरीर में टॉक्सिन के रूप में जमा होता रहता है। यह हार्ट, लिवर, मधुमेह और तनाव जैसी बीमारियों के खतरे को बढ़ाता है। शरीर में जमा टॉक्सिन से निजात दिलाने के लिए पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद चिकित्सालय में पंचकर्म एंड वेलनेस सेंटर काम कर रहा है।
भोपाल. खान-पान से लेकर हवा तक में मौजूद प्रदूषण धीरे-धीरे शरीर में टॉक्सिन के रूप में जमा होता रहता है। यह हार्ट, लिवर, मधुमेह और तनाव जैसी बीमारियों के खतरे को बढ़ाता है। शरीर में जमा टॉक्सिन से निजात दिलाने के लिए पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद चिकित्सालय में पंचकर्म एंड वेलनेस सेंटर काम कर रहा है। यहां खुद को डिटॉक्स करने के लिए लोग आते हैं।
30 हजार का खर्च
दिसंबर में शुरू हुए इस सेंटर में अब तक 80 से अधिक लोग आ चुके हैं। इसमें 10 फीसदी लोग ऐसे थे, जो डिटॉक्सिफिकेशन के लिए आए। इस प्रक्रिया के दौरान 9 दिनों में बॉडी में मौजूद हर तरह के टॉक्सिन को निकाला गया। पंचकर्म के इंचार्ज डॉ. नितिन उज्जलिया के अनुसार डिटॉक्सिफिकेशन के लिए आने वाले लोगों को डीलक्स रूम की फैसिलिटी, पंचकर्म, डाईट, योगा, फिजियोथेरैपी आदि दी जाती है। इसके लिए करीब 30 हजार चार्ज किए जाते हैं। इस दौरान अस्वास्थ्यकर खाने की आदतें, पुराना तनाव, प्रदूषण, धूम्रपान, शराब का सेवन, और कम शारीरिक गतिविधि जैसी आदतों को दूर किया जाता है। इससे मधुमेह, थायराइड, उच्च रक्तचाप आदि के मरीजों को सकारात्मक नतीजे मिलते हैं। पंचकर्म के लिए देश व विदेश से 3 माह में 1416 लोग आए। जिसमें 20 विदेशी थे।
पंचकर्म थेरेपी
दिसंबर – 395
जनवरी – 456
फरवरी – 465
इन रोगों में कारगर
न्यूरो मस्क्यूलर रोग
सांधि रोग
त्वचा रोग
स्थोल्य
मानसिक रोग