महापौर ने बताया कि कई बार यह देखने में आता है कि शहरवासी अधिकारियों से शिकायतें करते हैं, लेकिन छोटी-छोटी समस्याओं को हल करने में लंबा समय लग जाता है। कई बार तो समस्याओं का निराकरण नहीं हो पाता है। एेसी स्थिति न बने, इसके लिए भोपाल की चौपाल की शुरुआत की गई। इस चौपाल में महापौर नगर निगम के आला अधिकारियों और सभी विभागों के प्रमुखों के साथ बैठे। इस दौरान आने वाली समस्याओं को तुरंत हल कराने की कोशिशें की गई। जो काम तत्काल नहीं हो सकते उनके निपटारे के लिए समय सीमा तय कर दी गई। अगले सोमवार को पिछली चौपाल की समस्याओं की समीक्षा की जाएगी।
पुरानी शिकायतें भी निपटाएंगे अभी तक लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए सीएम हेल्पलाइन नंबर, जनसुनवाई और नगर निगम के कॉल सेंटर जैसे विकल्प थे। चौपाल में इन माध्यमों से की गई शिकायतों को शामिल कर प्राथमिकता से हल किया जा रहा है। महापौर ने भोपाल की चौपाल के माध्यम से सैकड़ों लोगों की समस्या सोमवार को सुनते आ रहें। चौपाल में आयी कुछ शिकायतों का निराकरण तुरंत हो जाता है। कुछ का निराकरण देर में होता है। नगर निगम में चल रही लापरवाही को लेकर महापौर ने गुरुवार को भी शहर के कई जगहों पर औचक निरीक्षण किया। जो कर्मचारी विभाग में नहीं मिले, उन्हे फटकार लगाते हुए सुधार करने की नसीहत दी है। उन्होंने नगर की सफाई व्यवस्था को ध्यान में रखने के लिए भी सख्ती से निर्देश दिया है। साथ ही कर्मचारियों को नसीहत दी है कि आगे से यदि कर्मचारी विभाग में नहीं मिलते तो उन पर सख्त कार्रवाई कि जाएगी।