scriptSurya Grahan 2017: 21अगस्त को पडने वाले ग्रहण का भारतवासियों पर असर, टाइमिंग और ऐसे करें अपना बचाव! | 21 August-Surya Grahan 2017 with Sutak Date and Timing in India or Solar Eclipse in India on 21 August 2017 | Patrika News

Surya Grahan 2017: 21अगस्त को पडने वाले ग्रहण का भारतवासियों पर असर, टाइमिंग और ऐसे करें अपना बचाव!

locationभोपालPublished: Aug 20, 2017 10:56:00 pm

21 अगस्त का Surya Grahan करोड़ों पर डालेगा असर, 24 घंटे में हो सकता है कोई बड़ा उलटफेर!

Solar Eclipse AUGUST 2017 in india
भोपाल। इस बार वर्ष 2017 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 अगस्त यानि सोमवार को होगा। जबकि इससे दो सप्ताह पहले 7 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन खंडग्रास चंद्र ग्रहण था। चंद्र ग्रहण के दो सप्ताह बाद हमेशा सूर्य ग्रहण होता है। जानकारों के अनुसार सूर्य ग्रहण भी चंद्र ग्रहण की तरह ही एक खगोलीय घटना है। अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण होता है तो पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण होता है। वहीं ज्योतिष के अनुसार इन दोनों ग्रहणों का असर सभी प्राणियों पर पड़ता है। हालांकि, जहां-जहां ग्रहण दिखाई देता है, उन्हीं स्थानों पर ग्रहण का खास असर होता है।
इस बार 21 अगस्त को सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। भारतीय समय(21 अगस्त भारत) के मुताबिक यह ग्रहण (Surya Graham) रात में 9.15 मिनट से शुरु होगा और रात में 2.34 मिनट पर खत्म होगा। भारत में इस दौरान रात रहेगी तो यहां पर कहीं भी सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा।
बताया जाता है कि भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा तो इसका असर भी नहीं होगा।

वहीं कई ज्योतिषियों का कहना है कि बेशक भारत में ग्रहण दिखाई ना दें, लेकिन इसका असर राशियों पर जरूर पड़ेगा और भारत में भी सूतक लगेगा। वहीं कुछ ज्योतिषों का यह भी मानना है कि 21 अगस्त का Surya Grahan करोड़ों लोगों पर तो असर डालेगा ही साथ ही 24 घंटे में किसी बड़े उलटफेर से भी इनकार नहीं किया जा सकता। सूर्य ग्रहण का लाइव प्रसारण अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा करेगी। सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले यानि 21 अगस्त को सुबह 11.15 बजे से लग जाएगा। बताया जा रहा है कि यह सूर्य ग्रहण साल 2017 का दूसरा बड़ा ग्रहण है। वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य और धरती के बीच में चंद्रमा आ जाता है। 
ऐसी स्थिति में सूर्य की किरणें धरती तक नहीं पहुंच पाती हैं और धरती पर अंधेरा छा जाता है। दूसरा ग्रहण है आंशिक सूर्य ग्रहण। इसमें चंद्रमा सूर्य के कुछ हिस्से को ढक लेता है। इस दौरान धरती के कुछ हिस्सों पर सूर्य नजर नहीं आता।
वहीं हिन्दू धर्मावलंबियों के अनुसार राहू द्वारा सूर्य का ग्रास करना सूर्यग्रहण व केतु द्वारा चंद्र का ग्रास करना चंद्रग्रहण कहलाता है। भले ही दोनों विचारों में अंतर हो लेकिन कई ऐसे मामले भी हैं जहां दोनों की सोच लगभग समान ही है। जैसे हिन्दुओं में ग्रहण के दौरान भोजन करना वर्जित माना जाता है, वहीं वैज्ञानिक भी मानते हैं कि ग्रहण के दौरान विषाणू व जीवाणुओं के चलते इस दौरान कई कार्य नहीं करने चाहिए क्योंकि ये हानिकारक हो सकते है।
26 फरवरी को पड़ा था पहला सूर्य ग्रहण:
साल 2017 का पहला सूर्य ग्रहण 26 फरवरी को पड़ा था। इससे दो सप्ताह पहले साल का पहला चंद्र ग्रहण था। इसके बाद साल 2017 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 अगस्त को है। इससे दो सप्ताह पहले रक्षाबंधन के दिन खंडग्रास चंद्र ग्रहण था। 21 अगस्त को होने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। भारतीय समय के मुताबिक यह ग्रहण रात में 9.15 मिनट से शुरू होगा और 22 अगस्त को रात में 2.34 मिनट पर खत्म होगा। इस समय भारत में रात होती है तो ऐसे में यहां सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा।
यह सूर्य ग्रहण प्रशांत महासागर, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका के कुछ हिस्से, यूरोप के पश्चिमी-उत्तरी हिस्से, पूर्वी एशिया, उत्तर पश्चिमी अफ्रीका आदि क्षेत्रों में दिखाई देगा।। रिपोर्ट्स के मुताबिक नासा ने 12 जगहों से सूर्य ग्रहण को कवर करने की योजना बनाई है। वहीं नासा इसे रिसर्च प्लेन, गुब्बारों और सैटेलाइट से भी कवर करेगा।
2018 में तीन आंशिक सूर्य ग्रहण:

आपको बता दें कि साल 2018 में तीन आंशिक सूर्य ग्रहण और दो पूर्ण चंद्र ग्रहण के योग बन रहे हैं। साल 2018 का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण 31 जनवरी को पड़ेगा। इसके बाद 15 फरवरी को आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। 13 जुलाई को फिर से आंशिक सूर्य ग्रहण है। जबकि 27/28 जुलाई की रात को पूर्ण चन्द्र ग्रहण है। साल 2018 का आखिरी ग्रहण 11 अगस्त को होगा जब पृथ्वीवासियों की नज़र में सूर्य का कुछ हिस्सा छुप जाएगा।
ज्ञात हो नंगी आंखों से सूर्य और चंद्र दोनों ग्रहणों को नहीं देखना चाहिए। वैज्ञानिक भी इस तरह करने की मनाही करते हैं। बताया जाता है कि प्रमाणित टेलिस्कॉप के जरिए ही ग्रहण के दीदार करें। इसके पीछे वजह है कि नंगी आंखों से ग्रहण देखने से इसका असर आंखों पर पड़ सकता है, क्योंकि इस दौरान चंद्र और सूर्य से अल्ट्रावॉयले किरणें निकलती हैं।
सूर्य ग्रहण पर बरतें ये सावधानियां

– सूर्य ग्रहण के दौरान मंत्र जाप करना फलदायी रहता है।
– ग्रहण खत्म होने के बाद गंगा में या जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करने से लाभ होता है।
– ग्रहण के बाद अन्न और वस्त्रों का दान करना चाहिए।
– इस समय में राहु से संबंधित उपाय करने चाहिए।

पंडित सुनील शर्मा के अनुसार इन उपायों से सूर्य ग्रहण के प्रभावों से बचा जा सकता है. इसके अलावा सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को खास सावधानियां बरतनी चाहिए.

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