सैकड़ों की संख्या में जुटे भक्तों का यह हुजूम जहां से गुजरा माहौल राममय और भक्त हनुमान के जयकारों से गंूज उठा। अवसर था स्वर्ण गदा अर्पण यात्रा का। यह यात्रा कृष्णानगर से शुरू होकर छोला हनुमान मंदिर पर समाप्त हुई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, पूर्व सांसद कैलाश नारायण सारंग, महंत दुर्गादास, पागल बाबा (अयोध्या), फादर आनंद मुटुंगल, ज्ञानी दलीप सिंह सहित अन्य समाजों के धर्मगुरु शामिल हुए।
… हनुमान ने दिखाया गदा को रास्ता
शोभा यात्रा में सबसे आगे राम, लक्ष्मण सीता व हनुमान के रथ चल रहे थे। यह सभी स्वर्ण गदा के रथ के पथ प्रदर्शक बने। यात्रा की शुरुआत मंत्री विश्वास सारंग ने कंधा लगाकर की। ढोल-नगाड़ों की गूंज व भजन मंडलियां के साथ यह शोभायात्रा बड़ी ही धूमधाम से निकाली गई। जिसका 121 स्थानों पर स्वागत किया गया।
रुमानी महक में भूल गए सूरज की तपिश
रविवार को भी आसमान से आग बरस रही थी। तापमान ४२ डिग्री के आसपास था। इसके बावजूद श्रृद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ। यात्रा के दौरान किसी को गर्मी का अहसास नहीं हो इसके लिए पूरे रास्ते को वॉटर फॉगिंग सिस्टम से लेस किया गया। इससे निकलने वाले सुंगधित पानी ने सूरत की तपिश तो कम की ही साथ में पूरे माहौल को रूमानी बना दिया।
पांच किमी सडक़ पर हर ओर केसरिया
यात्रा का सबसे बड़ा आकर्षण हजारों लोगों का हुजूम रहा। पांच किमी के रास्ते में सिर्फ केसरिया रंग के परिधान पहने श्रृद्धालु ही नजर आ रहे थे। दूर से देखने पर एेसा लगा मानो सडक़ पर किसी ने केसरिया रंग बिछा दिया हो ।
शोभायात्रा में मथुरा और अयोध्या से विशेष तौर आए कलाकारों की झांकियों ने आर्कषित किया। शोभा यात्रा में इन कलाकारों द्वारा राधा-कृष्ण और राम दरबार कि झांकी शामिल हुई। इसके अलावा शोभा यात्रा में अन्य झांकियां भी आकर्षण का केन्द्र रही। जिसमें वानर सेना, श्री राम, शिव , मां दुर्गा आदि झांकिया थी।
परमात्मा से मिलना सबसे बड़ा लक्ष्य : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा परमात्मा को प्राप्त करने को ही जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य कहते हैं। उन्होंने महिलाओं के लिए रोजगार योजना की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि जो लोग इनकम टैक्स नहीं भरते, जो गरीब निम्न वर्ग के लोग हैं, जिनके पास ढाई एकड़ से कम जमीन है, जो सरकारी नौकरी नहीं करता वे व्यक्ति पात्र होंगे। इस योजना को लेकर रजिस्टे्रशन का काम तेजी से चल रहा है। अभी तक दो करोड़ दो लाख से अधिक लोगों के पंजीयन हो गए। इस योजना में पंजीयन कराने वाले व्यक्ति को जिन लोगों का रजिस्ट्रेशन होगा, उनके पास अगर रहने के लिए जमीन नहीं है। उनके लिए रहने की व्यवस्था की जाएगी।