कोटरा, भदभदा क्षेत्र में सिटी रैंकिंग की टीम ने लोगों से डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन का फीडबैक लिया।
जोन नौ में दस नंबर, जोन 10 में प्रभात चौराहा से अशोका गार्डन अस्सी फीट रोड, जोन दो में कोहेफिजा, रॉयल मार्केट में लोगों से पूछताछ की।
जोन सात में शाहपुरा, जोन 19 में बांसखेड़ी, बैरागढ़-चीचली, जोन आठ में यादवपुरा, जहांगीराबाद, जिंसी के शौचालय में ओडीएफ टीम को गंदगी नजर आई। यहां लोगों ने फीडबैक में असंतोष जाहिर किया।
भोपाल. भानपुर की 34 एकड़ जमीन को विकसित नहीं कर पाने के चलते भोपाल इस बार भी स्वच्छता सर्वे में 110 अंक से पिछड़ रहा है। दिल्ली से आई टीम ने भानपुर पहुंचकर जोन 17 के एएचओ को मौके पर बुलाकर पूछा-आखिर दो साल में साइट डेवलप क्यों नहीं की जा सकी। केंद्र के चौथे सर्वे में शहर की किसी एक कचरा खंती को विकसित कर गार्डन बनाना है। भोपाल से इंदौर, जबलपुर और उज्जैन शहर आगे निकल गए हैं। इन शहरों ने चौथे सर्वे से पहले ही कचरा खंतियों का वैज्ञानिक निष्पादन कर यहां गार्डन बनाने की प्रक्रिया पूरा हो चुकी है।
निगम ने गुजरात की सौराष्ट्र एनवॉयरो कंपनी को 52.38 करोड़ में भानपुर खंती का कचरा साफ करने का ठेका दिया है। कंपनी यहां की कुल 34 एकड़ जमीन में से 5 साल में 21 एकड़ जमीन निगम को साफ कर लौटाएगी। शेष 13 एकड़ जमीन पर ठोस अपशिष्ठ कचरा प्रबंधन के नियमों के तहत नष्ट नहीं किए जा सकने वाले कचरे की केपिंग साइट बनाई जाएगी।