कुल मिलाकर कहा जाए कि दिग्विज के लिए भोपाल में संतन की भीड़ लगी है। दिग्विजय सिंह के महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद पांच क्विंटल लाल मिर्ची से हवन कर रहे हैं। हवन की शुरुआत उन्होंने पांच मई से कर दी है। इस हवन में वैराग्यानंद के साथ कई और भी साधु-संत हैं। वैराग्यानंद ने प्रण लिया है कि अगर दिग्विजय सिंह नहीं जीते तो वे परिणाम आने के बाद जिंदा समाधि ले लेंगे।
वैराग्यानंद ने हवन से पहले ऐलान किया था कि वे हजारों साधु-संतों के साथ दिग्विजय सिंह के लिए प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा था कि दिग्विजय सिंह साधु-संतों का ख्याल रखते हैं। उन्होंने कभी भी संन्यासियों का अपमान नहीं किया है।
सिर्फ वैराग्यानंद ही नहीं दिग्विजय सिंह के लिए कई संत प्रचार कर रहे हैं। कंप्यूटर बाबा भी दिग्विजय सिंह की जीत के लिए धूनी तापेंगे, यज्ञ और हठ योग करेंगे। साथ ही उनके लिए डोर टू डोर कैंपेन भी करेंगे। दिग्विजय के लिए प्रचार कर रहे तमाम संत यह कह रहे हैं कि साध्वी संत नहीं हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी हैं। साथ ही उन्होंने शहीद हेमंत करकरे को लेकर भी विवादित बयान दिया था। जिसके बाद से विरोधियों की निशाने पर हैं।