बीते साल मरीज कम मौत ज्यादा थीं
2018 में स्वाइन फ्लू के वायरस का असर कम था, लेकिन इससे मौतों का आंकड़ा बहुत ज्यादा था। बीते साल स्वाइन फ्लू के 37 मरीजों में से 10 मरीज की मौत हो गई थी यानी हर तीसरा मरीज मौत का शिकार हो रहा था। हालांकि इस साल जनवरी से अप्रेल तक मरीजों की संख्या में खासा इजाफा हुआ था। जनवरी से अप्रेल तक 242 मरीज मिले थे वहीं 39 मरीजों की मौत हुई थी।
यह लक्षण दिखे तो डॉक्टर से करें संपर्क
मांसपेशियों में दर्द के साथ बुखार, गले में खराश के साथ दर्द और सूखी खांसी, बिना चले ही अत्यधिक थकान, ठण्ड लगना या नाक निरंतर बहना, सांस लेने में तकलीफ के साथ भूख ना लगे तो डॉक्टर के संपर्क करना चाहिए।
खाना खाने से पहले साबुन से अपने हाथों को जरूर धोएं।
छींकते या खांसते समय साफ रुमाल का इस्तेमाल करें।
स्वाइन फ्लू के मरीज के पास जाने से पहले मास्क पहनें।
ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।
पोषण युक्त खाना खाएं।
भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।