जानकारी के अनुसार मंकी पॉक्स को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। जिसके तहत अफ्रीकी देशों से लौटने वाले संदिग्ध मरीजों को पहले होम आईसोलेशन में रखा जाएगा। वहीं विदेशों से लौटने वाले लोगों पर भी नजर रखी जाएगी, बताया जा रहा है कि फिलहाल प्रदेश में मंकी पॉक्स का एक भी केस नहीं है, ऐसे में अभी से एतिहात बरतेंगे, तो निश्चित ही इस संक्रमण से बचा जा सकेगा।
ये हैं मंकी पॉक्स के लक्षण
-बुखार के साथ त्वचा पर निशान।
-त्वचा पर लाल चखते बन जाना।
-जानवर से इंसान में फैलती है ये बीमारी।
-जिन लोगों के शरीर में चखते का कारण पता नहीं चले, उसकी तुरंत जांच कराएं।
-अफ्रीकी देशों से आनेवाले लोगों की जांच कराएं।
-इस बीमारी के कारण सिरदर्द भी होता है।
-मासंपेशियों में दर्द हो सकता है।
-पीठ व जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है।
-अक्सर थकान महसूस होना कमजोरी लगना।
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11 देशों में फैल चुका है मंकी पॉक्स
बताया जा रहा है कि मंकी पॉक्स करीब 11 देशों में फैल चुका है, इसी के चलते केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को विदेशों से आने वाले लोगों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। इस मामले में केंद्र ने नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च को अलर्ट किया है। किसी भी यात्री में मंकीपॉक्स के लक्षण नजर आने पर उसके सैंपल तुरंत पुणे की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में जांच के लिए भेजने के निर्देश दिए हैं। इसी के साथ मप्र के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के सीएमएचओ को अलर्ट रहते हुए निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।