स्थान निर्धारित करें
संचालक पवन जैन ने जिला पुलिस अधीक्षकों, जिला खेल अधिकारियों और स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों से जिलों की खेल गतिविधियों के संबंध में विस्तार से चर्चा की और कहा कि टैलेंट सर्च के लिए सुविधाजनक स्थल (मैदान) का चयन करें। प्रथम चरण में जिला स्तर पर खिलाड़ियों का फिजिकल टेस्ट (शारीरिक परीक्षण) एवं संभाग स्तर पर स्किल टेस्ट (कौशल परीक्षण) किया जायेगा। उन्होंने बताया कि टेलेन्ट सर्च के लिए जिलों को आवश्यक सामग्री, धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
व्यापक प्रचार-प्रसार करें
वीडियो कांफ्रेंसिंग में खेल संचालक पवन जैन ने बताया कि 1 से 10 अगस्त तक जिला स्तर पर तथा 11 से 20 अगस्त, 2021 तक संभाग स्तर पर टेलेन्ट सर्च कार्यक्रम स्कूल शिक्षा और आदिम जाति कल्याण विभाग के सहयोग से संचालित किया जाएगा। उन्होंने टेलेन्ट सर्च से पूर्व जिला स्तर पर गठित समिति की बैठक आयोजित करने और आवश्यक तैयारी पूर्ण करने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि अधिक से अधिक खेल प्रतिभाओं की पहचान के लिए टैलेंट सर्च कार्यक्रम का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने बताया कि टेलेन्ट सर्च के लिए भारतीय ख्ेाल प्राधिकरण (साई) सहित अन्य राज्यों के नार्म्स को शामिल करते हुए तैयार किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रतिभा चयन कार्यक्रम संचालित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि टेलेन्ट सर्च से संबंधित जरूरी पैम्पलेट एवं लघु वृत्तचित्र आदि सामग्री जिलों को शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी।
जिलों में होंगे एक्सीलेन्स सेंटर
खेल संचालक पवन जैन ने शिवपुरी, सागर, सतना, उज्जैन, धार, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, जबलपुर, विदिशा, पन्ना आदि जिलों में उपलब्ध खेल अधोसंरचनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के अन्य जिलों को एक्सीलेन्स सेन्टर के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि चयनित खेल प्रतिभाओं को इसका लाभ मिल सके।