नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सवाल ये है कि कि ऐसी फिल्में बनती क्यों हैं। उन्होंने कहा कि- तांडव के खिलाफ हुए प्रदर्शनों पर आपत्ति जताने वालों को समझना चाहिए कि बहुसंख्यक हिंदुओं का विरोध क्रिया पर प्रतिक्रिया है। सवाल यह है कि ऐसी फिल्में बनती ही क्यों है?
वहीं, कांग्रेस के किसानों के समर्थन में होने वाली रैली को लेकर भी नरोत्तम मिश्रा ने हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि प्रदेश में किसानों को धोखा देने वाले उन्हें समर्थन की बात करते हैं। कांग्रेस को किसानों की याद विपक्ष में ही आती है। सत्ता में आने पर भूल जाते हैं। किसान इनकी असलियत जान गया है। वो अब कांग्रेस के झांसे में नहीं आने वाला। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ये लोग अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी झूठ बुलवाते हैं।