आज से करेंगे आमरण अनशन
संविलियन करने के बजाए नया संवर्ग बनाने के विरोध में प्रदेशभर से आए अध्यापकों ने रविवार को यादगार ए शाहजहांनी पार्क में प्रदर्शन किया। इस दौरान अध्यापकों ने चक्काजाम भी किया। प्रदर्शन के आखिर में शाम पांच बजे अचानक अध्यापकों ने विधानसभा घेरने के लिए दौड़ लगा दी।
पुलिस बल ने अध्यापकों को नीलम पार्क पर रोका जहां एक घंटे तक हंगामा और नारेबाजी होती रही। अध्यापक सोमवार को खत्म हो रही प्रदर्शन की अनुमति बढ़ाए जाने और शाहजहांनी पार्क से जबरन नहीं हटाए के आश्वासन के बाद फिर प्रदर्शन स्थल पर लौटे। प्रदेशभर के अध्यापक सोमवार से आमरण अनशन पर बैठेंगे।
पुलिस ने आधे रास्ते से लौटाया
शाम साढ़े चार बजे अध्यापक संघ के नेताओं ने रविवार का प्रदर्शन पूरा होने की बात कहते हुए सोमवार से अनशन की घोषणा की। इसके 15 मिनट बाद अध्यापक संघ के अध्यक्ष जगदीश यादव ने विधानसभा घेराव की घोषणा की ओर मंच से उतरकर विधानसभा की ओर चल दिए। यादव के पीछे अन्य अध्यापकों ने भी दौड़ लगा दी।
इससे पहले कि पार्क के गेट पर तैनात पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते अध्यापक काली मंदिर पार कर गए। पुलिस ने आनन-फानन में नीलम पार्क के सामने बेरीकेट्स लगाकर अध्यापकों को रोका तो सभी वहीं धरने पर बैठ गए। आखिर में एसडीएम को ज्ञापन सौंपने के बाद अध्यापक नीलम पार्क के सामने से वापस शाहजहांनी पार्क लौट गए।
अकेला संभालता हूं छह गांवों के 154 विद्यार्थी
आगर मालवा के मा. विद्यालय भ्याना में पदस्थ डैनी सूर्यवंशी ने बताया कि मेरे स्कूल में कुल १५४ विद्यार्थी हैं और मैं अकेला हूं। जितने दिनों तक आंदोलन चलेगा, स्कूल पर ताला ही डला रहेगा।
अकेला शिक्षक हूं,बच्चों को बताकर आया हूं
हीरालाल यादव ने बताया कि मैं बैतूल के फोपरियमाल के स्कूल में अध्यापक हूं। जहांं 38 विद्यार्थी पढ़ते हैं। बच्चों को बताकर आया हूं कि स्कूल बंद रहेगा।
जब तक नहीं लौटूंगा स्कूल में रहेगा बंद
मंदसौर के कान्हा हेड़ा माशा. के अध्यापक राजेश गुप्ता ने बताया कि सरकार की ओर से रोक होने के चलते अब तक जनशिक्षक नहीं रखे गए। मैं अकेले सभी 61 विद्यार्थियों को संभालता हूं। मैं यहां प्रदर्शन में हूं जब तक नहीं लौटूंगा स्कूल में ताला लगा रहेगा।