स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन और छठे वेतनमान की राशि एक मुश्त देने सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के अध्यापकों का प्रदर्शन अब मुंडन में बदल गया है। इसके पहले हजारों की संख्या में अध्यापक शाहजहानी पार्क में प्रदर्शन किया था। इसके पहले 40 अध्यापक एक साथ आमरण अनशन कर चुके हैं। भरत पटेल ने बताया कि को सरकार को एक दिन का अल्टीमेटम दिया है। यदि मांगें पूरी नहीं होती हैं तो स्कूलों की तालाबंदी से प्रदेशभर में चरणबद्ध आंदोलन होगा। इसके चलते डीईओ कार्यालय से लेकर वल्लभ भवन तक तालाबंदी की तैयारी है।
ये हैं प्रमुख मांगे : शिक्षा विभाग में संविलियन किया जाए , विसंगत रहित छठवां वेतनमान समान एक सितंगर 2013 से प्रदान किया जाए , सातवां वेतनमान दिया जाए , 2005 के पूर्व नियुक्त अध्यापक संवर्ग को पुरानी पेंशन प्रणाली का लाभ प्रदान किया जाए। क्रमोन्नति में पदोन्नति का वेतन प्रदान किया जाए। अनुकम्पा नियुक्ति के नियमों को शिथिल कर, चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियुक्ति की पात्रता प्रदान की जाए। अध्यापक संवर्ग को बंधन रहित स्थानांतरण नीति प्रदान किया जाए। नवीन पेंशन प्रणाली अन्तर्गत 18 माह का अंशदान अभी तक जमा नहीं किया गया है तत्काल जमा किया जाए एवं अंशदान हर माह जमा करने की व्यवस्था की जाए। महिला अध्यापक को संतान पालन अवकाश प्रदान किया जाए। गुरुजी को नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता प्रदान किया जाए। राज्य शिक्षा सेवा का गठन किया जाए।