पांच टीमों के साथ करेंगे काम
स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक इस टीम की अगुवाई विभाग के डायरेक्टर डॉ. मोहन सिंह करेंगे। विभाग ने विभागीय अमले कोरोना से बचने की जानकारी देने के लिए टेक्निकल एंड टे्रनिंग टीम का गठन किया गया। इसकी जिम्मेदारी संयुक्त संचारलक डॉ. वीणा सिन्हा को दी गई। इसके साथ ही पब्लिसिटी टीम, सर्विलांस एंड स्क्रीनिंग टीम, लॉजिस्टिक टीम और आईटी टीम तैयार की गई है।
744 बिस्तर किए गए आरक्षित
विभाग ने जानकारी दी कि अगर कोरोना के संदिग्धों की संख्या बढ़ती है तो उसके लिए को जिले में निजी और सरकारी अस्पतालों में 56 क्वारेंटाइन सेंटर तैयार किए गए हैं। इन सेंटरों में 744 बिस्तर हैं। यहां विदेश यात्रा से लौटे यात्रियों को 14 दिन तक एतिहातन रखा जाएगा।
बस स्टैंड रेलवे स्टेशन पर होगी स्क्रीनिंग
इधर, बाहर से आने वाले हवाई यात्रियों के साथ अब बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी स्क्रीनिंग सेंटर बनाने की तैयारी की जा रही है। इससे सर्दी जुकाम से पीडि़त लोगों की पहचान कर उनकी जांच की जा सकेगी।
जेपी अस्पताल में भी लिया गया संक्रमण
मंगलवार को जेपी अस्पताल में भी वायरस से पीडि़त मरीज ओपीडी में पहुंचा। जांच के बाद इस मरीज के स्आव के नमूने लेकर कोरोना की जांच के लिए एम्स भोपाल भेज दिया गया। मालूम हो कि जेपी अस्पताल में पहला मौका है जब कोरोना के संदिग्ध मरीज का सैंपल लिया गया हो।