भोपाल पुलिस ने बताया कि ये दोनों किशोर जबलपुर के पास के एक गांव में रहते हैं। दोनों ने एक फिल्म देखी और उनके मन में भी उसकी कहानी बस गई. घर से भागे दोनों नाबालिगों के अनुसार उस फिल्म में दिखाया गया था कि दो युवा अपने गांव से भाग जाते हैं। वे मुंबई जाकर हीरो बन जाते हैं और कुछ सालों बाद अपने गांव में हेलीकाप्टर से उतरते हैं। दोनों नाबालिगों ने यूट्यूब पर ये मूवी देखी थी. इन किशोरों ने बताया कि यूट्यूब पर एक शार्ट फिल्म देखने के बाद ही उन्होंने अपने घर से भागने की योजना बना ली थी।
पुलिस ने बताया कि दोनों किशोर मझगवां थाना क्षेत्र के एक गांव के हैं। 9वीं व 10वीं कक्षा के ये छात्र बिना बताए घर से चले गए थे। परिजनों ने उनकी तलाश की और बाद में थाने में एफआइआर दर्ज करा दी। पुलिस ने मामले में अपहरण का प्रकरण दर्ज किया था. जबलपुर पुलिस दोनों किशोरों की तलाश में जुटी थी। इसी बीच दोनों किशोर ट्रेन में सवार होकर भोपाल पहुंच गए।
भागते समय दोनों ने घर से कुछ पैसे रख लिए थे, जो जल्द ही खत्म भी हो गए थे। ऐसे में वे एक होटल में काम करने लगे। एक दिन इन किशोरों ने होटल मालिक को अपना सपना बता दिया। यूट्यूब के वीडियो का जिक्रकर हेलीकाप्टर से गांव लौटने की बात कही। मालिक से पूछा कि हेलीकाप्टर से गांव जाने में कितना खर्च आएगा। उनकी बातें सुनकर होटल संचालक हैरान रह गया। उसने किसी तरह किशोरों से उनके घर का पता पूछकर परिजन से संपर्क कर सारी बात बता दी।
इसके बाद परिजनों ने स्थानीय पुलिस के माध्यम से होटल संचालक से बात की और अंतत: दोनों किशोरों को भोपाल से दस्तयाब कर लिया गया। पुलिस ने दोनों किशोरों की बाकायदा काउंसलिंग कराई और खुद भी समझाइश दी।