– मंत्री ने दिया दिल्ली यात्रा को ब्यौरा
पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने बैठक में सीएम को दिल्ली में पानी को लेकर बैठक संबंधित ब्यौरा दिया। बीते दिनों ही पांसे दिल्ली गए थे। वहां उन्होंने प्रदेश के राइट-टू-वॉटर मॉडल को पूरे देश में अपनाने की मांग की। इसकी जानकारी भी सीएम को दी गई। पांसे ने विधानसभावार पेयजल योजनाओं की समीक्षा का ब्यौरा भी दिया। साथ ही बताया कि पिछली सरकार से बेहतर काम हो रहे हैं।
– योजनाओं व लागत का होगा आकलन
कमलनाथ ने पेयजल योजनाओं और उसकी लागत के आकलन के निर्देश भी दिए। दरअसल, अनेक योजनाओं में भारी खर्च के बावजूद उतना फायदा नहीं मिल पाया है। इसके अलावा अब हर जिले के लिए अलग से पेयजल आपूर्ति का सिस्टम विकसित करने पर विचार हो रहा है। इसके तहत नई परियोजनाओं को लाने के लिए योजनाओं के आकलन व लागत की पूरी रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है।
– परिवहन पर फोकस
कमलनाथ ने निर्देश दिए कि प्रदेश में जहां-जहां पानी का संकट है, वहां वैकल्पिक इंतजामों पर ध्यान दिया जाए। फिलहाल जहां पानी का परिवहन करके आपूर्ति की जा रही है, तो वहां पर दिक्कत न आने दी जाए। जहां जरूरत हो वहां पानी परिवहन करके पहुंचाया जाए।
पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने बैठक में सीएम को दिल्ली में पानी को लेकर बैठक संबंधित ब्यौरा दिया। बीते दिनों ही पांसे दिल्ली गए थे। वहां उन्होंने प्रदेश के राइट-टू-वॉटर मॉडल को पूरे देश में अपनाने की मांग की। इसकी जानकारी भी सीएम को दी गई। पांसे ने विधानसभावार पेयजल योजनाओं की समीक्षा का ब्यौरा भी दिया। साथ ही बताया कि पिछली सरकार से बेहतर काम हो रहे हैं।
– योजनाओं व लागत का होगा आकलन
कमलनाथ ने पेयजल योजनाओं और उसकी लागत के आकलन के निर्देश भी दिए। दरअसल, अनेक योजनाओं में भारी खर्च के बावजूद उतना फायदा नहीं मिल पाया है। इसके अलावा अब हर जिले के लिए अलग से पेयजल आपूर्ति का सिस्टम विकसित करने पर विचार हो रहा है। इसके तहत नई परियोजनाओं को लाने के लिए योजनाओं के आकलन व लागत की पूरी रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है।
– परिवहन पर फोकस
कमलनाथ ने निर्देश दिए कि प्रदेश में जहां-जहां पानी का संकट है, वहां वैकल्पिक इंतजामों पर ध्यान दिया जाए। फिलहाल जहां पानी का परिवहन करके आपूर्ति की जा रही है, तो वहां पर दिक्कत न आने दी जाए। जहां जरूरत हो वहां पानी परिवहन करके पहुंचाया जाए।