भोपालPublished: Oct 22, 2021 09:55:56 pm
प्रवेंद्र तोमर
- अनुमति शाखा, निर्वाचन शाखा, खाद्य शाखा, लायसेंस शाखा, भू अभिलेख शाखा, सामान्य निर्वाचन शाखा लोक, ई गवर्नेस शाखा, कलेक्टर से लेकर एडीएम कोर्ट और उनके दस्तावेज
भोपाल. कलेक्टोरेट में बाबुओं की टेबल पर अब दफ्तावेजी फाइलों का बोझ कम होता जा रहा है। अधिकांश शाखाओं का डिजिटलाइजेशन कार्य जारी है। अनुमति शाखा, निर्वाचन शाखा, खाद्य शाखा, लायसेंस शाखा, भू अभिलेख शाखा, ई गवर्नेंस व लोकसेवा गारंटी केंद्र डिजटलाइजेशन की तरफ बढ़ रहें हैं। काफी काम हो चुका है, पुराने कम्प्यूटर हटाकर नए लगा दिए गए हैं, कुछ जगह लगाए जा रहे हैं। धीरे-धीरे काम की रफ्तार भी तेज हो रही है। कुछ शाखाओं में 50 फीसदी तक काम पूरा हो गया है, उनमें किसी प्रकरण या केस की जानकारी के लिए अफसर को अब बाबुओं पर कम निर्भर रहना पड़ता है। अगर पूरी तरह डिजिटलाइजेशन हो गया तो यहां काम के लिए भटक रहे लोगों को ज्यादा परेशान नहीं होना होगा। केवल कलेक्टर कार्यालय में ही करीब 800 से 1000 नई फाइलें हर माह बनती हैं।