स्कूल प्राचार्य एसके रेनीवाल की पहल पर शुरू हुए क्लब में शामिल होना स्कूल के विद्यार्थियों के बीच प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है, वहीं क्लब से जुड़े विद्यार्थियों का अंग्रेजी का ज्ञान देखकर बाहर के लोग और अधिकारी दंग रह जाते हैं कि सरकारी स्कूल के बच्चे इतनी बेहतर अंग्रेजी भी बोल सकते हैं। मॉडल स्कूल में जुलाई से शुरू किए गए ब्रिटिश क्लब में छठवीं से 12 तक के विद्यार्थियों को शामिल किया जाता है। सात कक्षाओं के 150 विद्यार्थियों के क्लब में प्रति शनिवार मीटिंग होती है।
वन स्टार है स्टेटस, थ्री स्टार के लिए मेहनत
स्कूल प्रबंधन की ओर से ब्रिटिश क्लब के विद्यार्थियों के लिए बैज बनवाए गए हैं। एंट्री लेवल पर सिंगल स्टार बैज दिए गए हैं। ब्रिटिश क्लब का बैज विद्यार्थियों के बीच स्टेटस सिंबल है। यह बच्चे अपनी क्लास और स्कूल में अंग्रेजी में दक्ष और विशेषज्ञ माने जाते हैं, जिसके चलते विद्यार्थी क्लब में शामिल होने के लिए मेहनत करते हैं, लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती, क्लब के सदस्यों के बीच भी प्रतियोगिता की भावना बनी रहती है। एंट्री लेवल से आगे बढ़ जाने वाले विद्यार्थियों को थ्री स्टार बैज दिया जाता है।
चकित रह गए अध्यक्ष भी
मिल-बांचो के तहत मॉडल स्कूल पहुंचे माशिमं के अध्यक्ष एसआर मोहंती को स्कूल की व्यवस्थाएं देखने के दौरान क्लब की जानकारी मिली तो उन्होंने ब्रिटिश क्लब के विद्यार्थियों से मुलाकात की। विद्यार्थियों से अंग्रेजी भाषा में संवाद करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों की क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि सरकारी स्कूल के विद्यार्थी इतनी अच्छी अंग्रेजी बोल सकते हैं।