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कलेक्टर ने स्चछता तो लेकर गांव वासियों को भेजे पत्र, नेक काम देख पोस्ट ऑफिस ने वाहन भेज पहुंचाए

locationभोपालPublished: Oct 26, 2021 10:13:48 pm

– पहला पत्र तरावली माता के यहां पहुंचा, हर दिन दो हजार पत्र जिला पंचायत से होंगे रवाना, 50 हजार पत्र भेजने का लक्ष

कलेक्टर ने स्चछता तो लेकर गांव वासियों को भेजे पत्र, नेक काम देख पोस्ट ऑफिस ने वाहन भेज पहुंचाए

कलेक्टर ने स्चछता तो लेकर गांव वासियों को भेजे पत्र, नेक काम देख पोस्ट ऑफिस ने वाहन भेज पहुंचाए

भोपाल. गांव में स्वच्छता और लोगों के स्वास्थ्य के प्रति अनूठी पहल करते हुए कलेक्टर अविनाश लवानिया ने ग्राम वासियों को पत्र लिखा है। जिसमें कोरोना काल के दौरान पैदा हुई जटिलता और उनके समाधान को लेकर लिखा गया है। इसमें बताया है कि स्वछता हमारी पीढ़ीगत विशेषता रही है। अपने घर, आंगन, चौपाल में स्वछता बनाए रखी है। इसके अलावा कबाड़ से कंचन और कई ऐसी बातें लिखी हैं जो ग्रामीणों को स्चछता से जोड़ती हैं। ऐसे करीब 50 हजार पत्र कलेक्टर की तरफ से ग्रामवासियों को भेजे जाएंगे। जिला पंचायत सीईओ विकास मिश्रा ने बताया कि हर दिन दो हजार पत्र पोस्ट ऑफिस से अलग-अलग ग्रामों के लिए भेजे जाएंगे। इन पत्रों को पोस्ट ऑफिस भेजा गया तो स्वच्छता से जुड़ा मामला होने पर इसे नेक काम बताते हुए अपने वाहनों से पहले दो हजार पत्र तरवाली भिजवाए। पहला पत्र तरावली माता के यहां गया है। पहला पत्र तरावली माता के यहां पहुंचा, हर दिन दो हजार पत्र जिला पंचायत से होंगे रवाना, 50 हजार पत्र भेजने का लक्ष
पोस्ट कार्ड संदेश में कलेक्टर ने लिखा है कि आज भविष्य के ग्रामीण भोपाल के लिए सबसे बड़ी चुनौती स्वास्थ्य, रोजगार एवं बेहतर स्वच्छता से जीवन स्तर के लक्ष्य का पाना है । इसके लिए हमें प्रयासरत रहना है। संदेश में कहा है कि हमारी माताओं, बहनों ने स्वच्छता को जीवन पद्धति बनाया है । अब स्वच्छता से ही रोजगार का समय आ गया है, जब हमारी युवा पीढ़ी कचरे से कंचन बनाकर न केवल अपने परिवार की आय में वृद्धि करेगी बल्कि ग्रामीण पर्यावरण को साफ रखने में अमूल्य योगदान देगी।
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