पार्क में बड़ी-बड़ी घास उग आई है, यहां लगे पेड़-पौधे पानी और रख-रखाव के अभाव में सूख गए हैं। कॉलोनी के रहवासियों का कहना है कि न ही सोसायटी इस पार्क का का सौंदर्यीकरण करने की पहल कर रही है न ही नगर निगम इस ओर ध्यान दे रहा है। पार्क के चारों ओर बाउंड्रीवॉल तो बनी है, लेकिन इसमें लगा गेट टूट चुका है, जिसकी मरम्मत नहीं कराए जाने से यहां मवेशी घुस जाते हैं।
कॉलोनी में बच्चों को खेलने तक के लिए नहीं है जगह
कंचन नगर के रहवासियों ने बताया कि कॉलोनी में बच्चों को खेलने के लिए जगह नहीं होने के कारण स्कूल से आने के बाद वे टीवी, कम्प्यूटर और मोबाइल गेम में लगे रहते हैं। इससे उन्हें स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल रहा है, साथ ही उनमें चिड़चिड़ापन आ रहा है। अभिभावकों ने कहा कि टीवी देखने, कम्प्यूटर और मोबाइल पर गेम खेलते समय उन्हें खाना खाने और पढ़ाई करने के साथ ही कुछ काम करने को कहो तो वे बात-बात में गुस्सा हो जाते हैं।
29 साल पहले बनाई गई थी यहां बाउंड्रीवॉल
रहवासियों ने बताया कि 29 साल पहले कॉलोनी डवलप होने के साथ ही इस पार्क की वाउंड्रीवॉल बनाई गई थी, जिसके बाद से किसी ने इसकी सुध नहीं ली। इनका कहना है कि बारिश के दिनों में इस पार्क में पानी भर जाता है। इसकी साफ-सफाई नहीं होने से यहां जीव-जंतुओं के घुसने का डर बना रहता है।
पार्क की साफ-सफाई होने के साथ ही यहां आयोजनों के लिए चबूतरा बनाया जाना चाहिए। पार्क मेें आने वाले लोगों को बैठने के लिए कुर्सियां लगाई जानी चाहिए, ताकि यहां सुबह-शाम आने वाले थोड़ा आराम कर सकें।
राजरानी शर्मा, कंचन नगर, अवधपुरी
बुजुर्गों को सुबह-शाम टहलने के साथ ही खाली समय में बैठने के लिए यहां जगह नहीं है। साफ-सफाई कराकर कुर्सियां लगवा दी जाएं तो बुजुर्गों को बैठने की जगह मिल जाएगी। इस ओर ध्यान नहीं देने से पार्क बदहाल बना हुआ है।
ओमकारी सिंह, कंचन नगर, अवधपुरी
इस पार्क की साफ-सफाई होने के साथ ही यहां एक्यूप्रेशर टै्रक बनाने की जरूरत है। इससे कॉलोनीवासियों को सुबह-शाम तफरी करने के साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी मिलने लगेगा। बच्चों को भी कॉलोनी में खेलने की जगह मिल जाएगी।
वंदना देशपाण्डे, कंचन नगर, अवधपुरी