बताया जा रहा है कि सुहानी शाम के समय घर के पास खेल रही थी। उस समय कुत्ते ने हमला कर दिया। आसपास मौजूद लोगों ने सुहानी को संभाला। हालांकि मासूम की कोमल पलक तीखे नाखून से हुए वार में फट गई। आंख और सिर से खून बहने लगा। आसपास के लोगों ने प्राथमिक उपचार देने की कोशिश की, लेकिन खून नहीं रुका। इस बीच चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग घायल बच्ची को देखने अस्पताल पहुंचे।
– एक जनवरी को अंजली परिसर के पास तीन साल की गुड्डी को पांच कुत्तों ने काटा था। एक माह तक उसका इलाज चला।
– दस फरवरी को भारती निकेतन कॉलोनी में काम करने मजदूर पर कुत्ते झपटे। उसे लहूलुहान कर दिया।
– 26 फरवरी को वर्धमान ग्रीन पार्क में कुत्तों ने कई लोगों को काटा।
– 27 फरवरी को प्रभात चौराहा पर कुत्तों ने एक मासूम पर हमला किया। परिजनों ने ऐशबाग थाने में मामला भी दर्ज कराया था।
– 23 अप्रेल को चौकसे नगर क्षेत्र में आवारा कुत्ते ने आठ लोगों को काटा।
– 16 जून को निशातपुरा आर्मी क्षेत्र में सात साल के मासूम को मार दिया गया। इसमें भी कुत्तों के हमले की आशंका।
नगर निगम ने आवारा कुत्तों को पकडऩे डॉग स्क्वायड बना रखी है। दो डॉग स्क्वायड के साथ प्रतिवर्ष करीब डेढ़ करोड़ रुपए से वैक्सीनेशन का काम एनजीओ को दिया है। 2014 से अब तक करीब दस करोड़ रुपए की राशि का भुगतान हुआ, लेकिन कुत्तों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है।
हम सूचना मिलते ही तुरंत कोलार बांसखेड़ी पहुंचे। यहां से बच्ची को हमीदिया में ले गए। वहां इलाज चल रहा है। आवारा कुत्तों की धरपकड़ की जा रही है।
– राजीव सक्सेना, प्रभारी डॉग स्क्वायड
मंत्री-मेयर पहुंचे अस्पताल
रात में मंत्री विश्वास सारंग, महापौर मालती राय, कलेक्टर अविनाश लवानिया और निगमायुक्त के साथ बच्ची को देखने हमीदिया अस्पताल के बच्चे वार्ड पहुंचे। वहां बच्ची के पिता शिवकुमार और मां संध्या को उचित इलाज का भरोसा दिलाया। कलेक्टर ने बताया कि उन्हीं के यहां पालतू फीमेल डॉग ने बच्चे दिए हैं। उसके पिल्लों की ओर बच्ची जा रही थी तो डॉग ने पंजा मार दिया।