कमांड एंड कंट्रोल रूम से जुड़े इन कैमरों से साल भर में 25 लाख रुपए के चालान काटने का लक्ष्य है। एक चालान न्यूनतम 500 रुपए का बनाया जाएगा। दुकानदार पीली लाइन से आगे निकला तो चालान कटकर मोबाइल, ई-मेल व दुकान पर पहुंच जाएगा। कॉर्पोरेशन ने न्यू मार्केट से इतनी ही राशि की कमाई की उम्मीद लगाई है।
कंपनी के सीइओ संजय कुमार बैठक में व्यापारियों को दिमाग दुरुस्त रखने की हिदायत दे चुके हैं। उनके अनुसार कैमरे से सुरक्षा और व्यवस्था भी बेहतर रहेगी। चालान बनने से कमाई भी होगी। न्यू मार्केट में कैमरे लगाने स्मार्ट सिटी के अफसरों के सामने तीन कंपनियां प्रजेंटेशन दे चुकी हैं। इसमें बेहद हाइटेक कैमरे बताए गए, जो खुद ही मूवमेंट कर गलती पकडऩे में माहिर हैं।
सेंसटिव कैमरों से करेंगे निगरानी
स्मार्ट सिटी योजना के तहत पूरे साल में उन्हें करीब साढ़े चार हजार चालान बनाने हैं। प्रति चालान न्यूनतम 500 रुपए भी वसूले तो एक दुकान का एक साल में चार बार चालान बनेगा, जिससे 25 लाख रुपए का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। जिन क्षेत्रों में अधिक वॉयलेशन होता है, वहां पर अधिक कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि फोटो के साथ दुकानदारों को चालान भेजा जा सके।
स्मार्ट सिटी अफसरों और व्यापारियों के बीच कैमरों के साथ अन्य मामलों पर भी चर्चा होगी। बाजार व व्यापारियों के हित में जो होगा करेंगे।
सुरेश गंगराड़े, अध्यक्ष न्यू मार्केट व्यापारी महासंघ
व्यापारी महासंघ कुछ लोगों की बजाय पूरे व्यापारियों को साथ लेकर चले। स्मार्ट सिटी के अफसरों से चर्चा हो या अन्य मामले हों तो भी सभी दुकानदारों को बुलाया जाए। ऐसा न हो कि कुछ लोग फैसला कर लें और बाद में बाकी को पछताना पड़े।
प्रदीप गुप्ता, व्यापारी, न्यू मार्केट