इस मकान में दो किरायेदार हैं, जिनसे 21 हजार रुपए महीना मिलता है। यह किराया राशि भी अब बेटा ही अपने पास रख रहा है, जिसकी वजह से अपना भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। बुजुर्ग की दो बेटियां भी हैं, जिनकी शादी हो गई है। वर्तमान में यह अपनी बेटियों के यहां रह रहे हैं।
– बेटा बोलो 7 साल पहले दे दिया था तलाक
जफीर ने एसडीएम के यहां लिखित में बताया कि पिता ने मां को शहरयार खान, अमजद खान की उपस्थिति में तलाक दे दिया था। ऐसे में इस मकान पर पिता का कोई हक नहीं बनता है। जबकि बुजुर्ग का कहना है कि उनका तलाक नहीं हुआ था। दुबई से लौटे बेटे ने पिता को घर से निकाला, एसडीएम ने तय किए 10 हजार रुपए मासिक