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कांग्रेस के सरकार पर आरोप
मध्य प्रदेश में ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर एक बार फिर सियासत गर्मा गई है। हालही में सत्ता की कुर्सी छोड़ विपक्ष में बैठी कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रही है है कि, इस समय जब पूरा विश्व एक महामारी से जूझ रहा है। देश और प्रदेश हर मिनट नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार ट्रांसफर पोस्टिंग करने में व्यस्त है। देर रात तक ट्रांसफर के ऑर्डर जारी किए जा रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि, सीएम पद की शपथ लेते ही शिवराज सिंह ने कहा था कि, उनकी प्राथमिकता करुणा आपदा से निपटना है, लेकिन यहां तो ट्रांसफर उद्योग शुरू कर दिया गया है। वहीं बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने इसप जवाब देते हुए कहा कि, सरकार द्वारा कराए जा रहे ट्रांसफर व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए हैं, ना की व्यवस्था बिगाड़ने के लिए।
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शिवराज ने किया था वादा- कांग्रेस
आपको याद दिला दें कि, मुख्यमंत्री का पद संभालते ही सीएम शिवराज ने ऐलान किया था कि, उनकी प्राथमिकता इस वैश्विक कोरोना आपदा से निपटना है। इसे लेकर सीएम एक्शन में भी दिखे और शपथ लेने के तुरंत बाद वल्लभ भवन में कोरोना से बचाव के उपाय पर चर्चा के लिए बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को अहम निर्देश भी दिये। साथ ही, उसी रात को शिवराज सिंह द्वारा भोपाल और जबलपुर जिले को हाई रिस्क जोन मानते हुए कर्फ्यू भी लगाया। लेकिन इसी के साथ ट्रांसफर पोस्टिंग का सिलसिला भी शुरू कर दिया।
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राजगढ़ से हुई शुरुआत
बीजेपी की सरकार सत्ता में आते ही ट्रांसफरों की शुरुआत राजगढ़ से हुई। पहला ट्रांसफर थप्पड़ कांड से चर्चा में आईं कलेक्टर निधि निवेदिता और एसडीएम प्रिया वर्मा का हुआ, उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया गया। यह वही दोनों अधिकारी हैं जिन्होंने सीएए के समर्थन में हो रही रैली के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं को थप्पड़ मारे थे। उस दौरान मामला चर्चा में आने के बाद ही बीजेपी के कई नेता थप्पड़ का बदला लेने की धमकी देते नजर आए थे। इसके बाद कुछ और अधिकारियों के भी ट्रांसफर हुए, जिनकी जगह सीएम के करीबियों को पोस्टिंग मिली। इतने कम समय में बड़े से लेकर छोटे पदों पर उलटफेर देखा गया, फिर भले ही वो मुख्य सचिव हों या महिला आयोग की अध्यक्ष या फिर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी। हालांकि, कुछ अधिकारियों के तबादले होने के बाद उन्हें रद्द भी किया गया। इसे लेकर भी कांग्रेस सीधे शिवराज सिंह चौहान को ही आड़े हाथ ले रही है।