अवधपुरी पुलिस के अनुसार शैलेन्द्र सिंह एमबीए करने के बाद एक निजी कंपनी में नौकरी करता था। तीन साल पहले उसने प्रेम विवाह किया था। साल भर पहले वह बेरोजगार हो गया, इसके बाद वह भोपाल में रहने लगा था। साथ ही शराब पीने का आदी हो गया था। शैलेन्द्र के बाबा भोपाल की एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। शैलेन्द्र के माता-पिता ललितपुर में शिक्षक हैं। दोनों इस समय भोपाल में पिता की देखरेख करने आए हुए हैं।
दादा को देखने गया, शराब पीकर लौटा
पुलिस ने बताया कि कल शाम को शैलेन्द्र अस्पताल में भर्ती अपने दादा को देखने गया था। रात में करीब साढ़े नौ बजे घर पहुंचा तो शराब पीए हुए था। कुछ देर बाद वह परिजनों से बोला कि मैं दोस्तों के साथ पार्टी करने जा रहा हूं, माता-पिता और पत्नी से देर रात बाहर जाने से इसलिए मना कर दिया कि दोस्तों के साथ शराब पीएगा। घर में शैलेन्द्र के चाचा के लड़के भी आए हुए थे।
दरवाजा बंद कर मारी गोली…
थाना प्रभारी मांगीलाल भाटी ने बताया कि शैलेन्द्र कुछ देर घर के बाहर टहलने के बाद अपने कमरे में गया और दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद कमरे का सामान तोड़ने लगा, कुछ देर बाद कनपटी में गोली मार ली। परिजनों ने दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला तो उसकी मौत हो चुकी थी।