बता दें कि भेल टाउनशिप क्षेत्र में लम्बे समय से बड़ी संख्या में आवास खाली पड़े हैं। इनके किवाड़ सहित अन्य सामग्री लोगों द्वारा निकाल लिए जाने से ये ऊपर से तो आबाद दिख रहे हैं, लेकिन नीचे से खोखले हो चुके हैं। ऐसे में यह खंडहर हो चुके भवन कभी भी धराशायी हो सकते हैं। ऐसे में यहां हमेशा अप्रिय घटना होने की आशंका बनी रहती है। बता दें कि इन भवनो के आसपास कहीं बच्चे खेलते रहते हैं तो कहीं लोग चोरी छिपे निवास भी कर रहे हैं।
हो चुकी हंै चोरी की घटना
भेल टाउनशिप में बड़ी संख्या में कार्यरत कर्मचारी अभी भी भेल के आवासों में रह रहे हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर कुछ कर्मचारियों का कहना है कि खाली घर छोडऩे का मतलब चोरी सहित अन्य वारदातें होना निश्चित है। कभी कहीं आना-जाना होता है तो किसी न किसी को घर पर तकवारी के लिए छोड़कर जाना पड़ता है। लोगों का कहना है कि यहां आए दिन भेल के आवासों में चोरी की वारदातें होती रहती हैं। हाल ही में भेल कर्मचारियों के आवासों में कई वारदातें हो चुकी हैं।
हो रहीं अन्य वारदातें
भेल के खंडहर आवासों में आए दिन वारदातें होती रहती हैं। हाल ही में भेल के खंडहर आवास के पास अपने दोस्त के साथ बात कर रही एक लड़की को कुछ असामाजिक तत्वों ने खींचकर खंडहर आवास में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। इससे पहले भी ऐसी कई वारदतें हो चुकी हैं, फिर भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
खाली आवासों में रह रहे असामाजिक तत्व
भेल टाउनशिप के चांदमारी सी सेक्टर सहित अन्य क्षेत्रों में भेल के खाली पड़े आवासों में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। जर्जर हो चुके कई आवासों में लोग पर्दे और टाट पट्टी लगाकर रह रहे हैं। यहां रहने वाले लोग कौन हैं यह न तो भेल टउनशिप के जिम्मेदारों को पता है और न ही यहां के थानों में तैनात पुलिस अमले को। सूत्रों की माने तो कुछ आवास भेल में कार्यरत सोसायटी के कर्मचारियोंं भी आवंटित हैं, जो किसी न किसी को किराए पर अपने मकान दे रखे हैं। ऐसे में किस मकान में कौन रह रहा है, इसका भी किसी को पता नहीं है।
मुफ्त की जला रहे बिजली
भेल के इन आवासों में रह रहे लोग मुफ्त में भेल की बिजली और पानी का उपयोग कर रहे हैं। यह लोग पाइप लाइन को डैमेज कर यहां से पानी लेते हैं। दूसरी ओर बिजली के तारों में लंगर डालकर अवैध रूप से बिजली जला रहें। इससे हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है।