शहर में शनिवार को जहां रात का तापमान सामान्य स्तर से तीन डिग्री उपर जाकर 75 दिनों के ऊंचे स्तर पर चला गया था वहीं रविवार को यह सामान्य से एक डिग्री कम पर आ गया। यह असर खासतौर पर बादलों के हटने और हवाओं की दिशा बदलने से हुआ।
इसके बाद बारी थी दिन की, आसमान खुला था तो धूप चटक पड़ी, दोपहर 12 से तीन के बीच धूप ने सताया भी लेकिन इसके बाद भी हवाओं के असर से तापमान नहीं बढ़ सका शनिवार के मुकाबले दो डिग्री गिरकर अधिकतम तापमान 28 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य स्तर से 2.4 डिग्री कम था। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अब आसमान पर बादल नहीं है इसलिए तापमान इसी स्तर वे आसपास थमा रहेगा, अगले तीन चार दिनों में मामूली उतार-चढ़ाव हो सकता है।
24 फरवरी तक हो सकती बारिश
वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाला कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं हैं। इस वजह से वातावरण में नमी कम होने से बादल छंटने लगे हैं। साथ ही हवा का रुख भी बदलकर उत्तरी एवं उत्तर-पश्चिमी होने लगा है। इस वजह से दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज होने लगी है। मंगलवार को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने के आसार हैं। इसके प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान में एक प्रेरित चक्रवात बनने से हवाओं का रुख बदलेगा। इस वजह से एक बार फिर दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले कुछ दिनों तक इसी तरह से मौसम बदलता रहेगा। साथ ही कुछ जगहों पर हल्की बारिश की भी संभावना है। छत्तीसगढ़ राज्य के ऊपर से एक ट्रफ रेखा गुजर रही है, जो मध्यप्रदेश को प्रभावित करेगी। इसके अलावा, पश्चिमी विक्षोभ से भी मौसम में बदलाव हो सकता है और पूर्वी मध्यप्रदेश के कुछ स्थानों पर 24 फरवरी तक बारिश हो सकती है।