दुर्घटना के समय मिलेगी मदद
सरकार द्वारा लागू किए जाने वाले इस नियम से कई कामों में सहायता भी मिलेगी। मोबाईल नंबर को ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल), रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी), व्हीकल रिन्यू सर्टिफिकेट, फिटनेस सर्टिफिकेट, एनओसी से लिंक करने पर मोबाइल नंबर की मदद से व्यक्ति की लोकेशन का पता किया जा सकेगा। कई बार सड़क दुर्घटना के बाद व्यक्ति के घर या फिर उसके परिवार का पता नहीं चल पाता है। मोबाइल नंबर लिंक कराने से व्यक्ति का पता, घर की लोकेशन जानने में मदद मिलेगी। साथ ही परिवार से कॉन्टैक्ट करना भी आसान होगा।
एक मोबाइल नंबर 5 वाहन रजिस्टर
सभी सरकारी संस्थाओं के लोगों के मोबाइल नंबर गाड़ी के डॉक्यूमेंट्स से लिंक होने पर जरूरत पड़ने पर पुलिस, आरटीओ या कोई अन्य एजेंसी आसानी से वाहल चालक या वाहन मालिक से संपर्क कर सकती है। साथ ही ये बात भी जान लीजिए कि एक मोबाइल नंबर पर अधिकतम पांच वाहन ही रजिस्टर होंगे। नए वाहन के पंजीकरण और ड्राइविंग लाइसेंस में आरटीओ की ही मोबाइल नंबर को लिंक किया जा रहा है, पुराने वाहन या डीएल धारकों को खुद ऑनलाइन या आरटीओ कार्यालय जाकर मोबाइल नंबर अपडेट कराना होगा।