अभिलेख और सर्वेक्षण के आधार पर मूल्यांकन
मूल्यांकन प्रक्रिया को दो भागों में बांटा गया था। थानों के वार्षिक कार्यकाल के आधार पर 80 अंक निर्धारित किए गए। शेष 20 अंक सर्वेक्षण में तय किए गए। इसके लिए 60 मूल्यांकनकर्ताओं को प्रशिक्षित कर तय स्थानों पर भेजा गया। सर्वेक्षण को दो भागों में विभाजित किया गया। पहले में थानों में बुनियादी सुविधाओं को शामिल किया गया। दूसरे भाग में थाना क्षेत्र के आसपास दुकानदारों और रहवासियों से फीडबैक लिया गया। इसमें थानों में शिकायत दर्ज कराने आए लोगों से भी बात की गई।
ये हैं देश के उत्कृष्ट टॉप-10 थाने
1. सदर बाजार थाना, दिल्ली
2. गंगापुर, ओडिशा
3. भट्टू कलां, फरीदाबाद, हरियाणा
4. वालपोई, गोवा
5. मानवी, रायचूर, कर्नाटक
6. कडमत द्वीप, लक्षद्वीप
7. शिराला, सांगली, महाराष्ट्र
8. थोट्टियम, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडू
9. बसंतगढ़, उधमपुर, जम्मू और कश्मीर
10. रामपुर चौरम, अरवल, बिहार
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प्रदर्शन आधारित मूल्यांकन में ऐसे परखा
दो भागों में विभाजित अभिलेख मूल्यांकन के पहले भाग अपराध आधारित मूल्यांकन के आठ मापदंडों पर थानों को परखा गया। अपराधों की रोकथाम और सक्रिय उपाय, मामलों का निपटान, कानून व्यवस्था, एसीबी द्वारा पकड़े गए अधिकारी और निलंबन शामिल था। इसमें प्रदेश का कोई थाना जगह नहीं बना सका। प्रदर्शन आधारित मूल्यांकन में छिंदवाड़ा जिले का नवेगांव देशभर में तीसरे और सिंगरौली का लंघाडोल थाना सातवें नंबर पर रहा।