अब उपहार (गिफ्ट) में देने वाली वस्तुओं पर टीडीएस कटेगा। साथ ही एलपीजी के दाम में भी बदलाव हो सकता है। पैन-आधार लिंक नहीं होने पर जुर्माना लगना शुरू हो जाएगा।
कंपाउंडिंग में 20 फीसदी की छूट होगी खत्म
अनुमति के विपरीत अतिरिक्त निर्माण के 30 फीसदी हिस्से को वैध करने शासन ने नियम बनाए हैं। इसके तहत कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार कंपाउंडिंग शुल्क जमा करना होता है। शासन ने कंपाउंडिंग को प्रोत्साहित करने 30 जून तक इसके शुल्क में 20 फीसदी की छूट तय की थी। एक जुलाई से ये छूट खत्म हो रही है। यानी अब पूरी कंपाउंडिंग जमा करना होगी।
पानी के बकाया बिल के अब पूरा सरचार्ज
पानी के बकाया बिल का एक जुलाई से पूरा सरचार्ज वसूला जाएगा। निगम ने जलकर जमा करने के लिए प्रोत्साहित करने 30 जून तक अधिभार में 50 फीसदी छूट की घोषणा की थी। अब ये छूट समाप्त हो गई है। लोगों को पूरा बिल जमा करना होगा।
इन बदलावों से महंगाई की मार
आयकर के कई नए नियम शुक्रवार से एक साथ लागू होने जा रहे हैं। आयकरदाताओं को ज्यादा टैक्स का भुगतान करना पड़ सकता है।
क्रिप्टो करेंसी ट्रांजेक्शन पर टीडीएस: सभी क्रिप्टो करेंसी के ट्रांजेक्शन पर अब निवेशकों को एक फीसदी टीडीएस का भुगतान करना होगा। वर्ष 2022-23 से क्रिप्टोकरेंसी इनकम पर पहले ही 30 फीसदी कैपिटल गेन टैक्स लग चुका है।
गिफ्ट पर टीडीएस: डॉक्टर्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर को व्यवसाय तरफ से मिलने वाले उपहार पर 10% टीडीएस का भुगतान करना होगा, जो भी डॉक्टर्स और सोशल मीडिया वर्कर सेल्स प्रमोशन करने के लिए कंपनी से लाभ हासिल करते हैं, उन पर भार आएगा।
आधार-पैन लिंक पर दोगुनी पेनाल्टी
पैन कार्ड को आधार के साथ लिंक करने पर दोगुनी पेनाल्टी का भुगतान करना पड़ेगा। दरअसल, 1 अप्रेल 2022 से पैन नंबर कोआधार से लिंक करने पर 500 रुपए पेनाल्टी थी, लेकिन सीबीडीटी के आदेश के मुताबिक 30 जून तक लिंक नहीं करने पर 1 जुलाई से 1000 रुपए पेनाल्टी लगेगी।
ठंडी हवा होगी महंगी, अब रेटिंग भी कम
नई तारीख से एयर कंडीशनर (एसी) खरीदना महंगा हो जाएगा। यही नहीं एसी की 5 स्टार रेटिंग 4 स्टार हो जाएगी। दरअसल, ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी ने एनर्जी रेटिंग के नियमों में बदलाव किया है।
किचन में आ सकता है महंगाई का असर
ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हर माह एलपीजी की कीमतों में बदलाव करती है। 1 जुलाई को एलपीजी की कीमतों में बदलाव हुआ तो सिलेंडर महंगा हो सकता है। यानी किचन पर महंगाई का असर पड़ने वाला है।
श्रम कानूनों में भी बदलाव संभव: श्रम कानूनों में भी बदलाव हो सकता है। इसके लागू होने से सैलरी, कर्मचारियों के कार्यालय समय, पीएफ योगदान एवं ग्रेच्युटी पर असर देखने को मिलेगा।