scriptThose who talk about culture forget the heritage, waiting to save the | संस्कृति की बात करने वाले विरासत को भूले, धरोहरों को सहेजने का इंतजार | Patrika News

संस्कृति की बात करने वाले विरासत को भूले, धरोहरों को सहेजने का इंतजार

locationभोपालPublished: Nov 04, 2023 06:35:20 pm

Submitted by:

Anupam Pandey

पुरातत्वविदों और पर्यावरण प्रेमियों की पीड़ा नहीं है चुनावी मुद्दा

dg01.jpg
भोपाल. भोपाल की उत्तर, नरेला, हुजूर और बैरसिया विधानसभा क्षेत्रों में बांध, ताल-तलैया और प्राकृतिक संपदा से लेकर बहुत सारी पूरा संपदा और धरोहरें बिखरी पड़ी हैं। यहां महल, बावडिय़ां, बांध और तालाब हैं। बाघ भ्रमण क्षेत्र है तो ग्रीन बेल्ट भी है। लेकिन यह सब तेजी से नष्ट हो रहे हैं। चिंता की बात है संस्कृति, विरासत और पर्यावरण की रक्षा की बात करने वाली पार्टियों के लिए यह कोई चुनावी मुद्दा नहीं है। शहर की पहचान और विरासत का संरक्षण कभी मुद्दा बना ही नहीं।
Copyright © 2023 Patrika Group. All Rights Reserved.