इलेक्ट्रिक ऑटो चालकों ने बताया कि प्राइवेट बैटरी चार्ज करने वालों को चार्जिंग का अभी ५० रुपए देना पढ़ता है। अगर घर पर चार्ज करते है तो बैटरी को रात भर लगाना पढ़ता है। उसका खर्च भी करीब 50 रुपए ही बैठता है। शहर में अधिकांश लोगों ने इलेक्ट्रिक ऑटों किराए पर चलाने का व्यवसाय शुरू किया हुआ है। वह नई गाड़ी चार्ज की हुई ४०० रुपए दिन व पुरानी ऑटो ३५० रुपए दिन के हिसाब से देते है। बैटरी चार्ज नहीं होती है तो ५० रुपए उसका कम लगता है।
जबकि ये है योजना
इन चार्जिंग स्टेशनों से सभी तरह के कमर्शियल और नॉन कमर्शियल वाहन के चार्जिंग की सुविधा रहेगी। प्रत्येक स्टेशन की लागत लगभग 7 लाख रुपए हैं। मशीन इंस्टॉलेशन का यह खर्च ईईएसएल द्वारा वहन किया जाएगा। इसके साथ ही अगले 10 साल तक ईईएसएल ही चार्जिंग स्टेशन का रख-रखाव करेगी। इन चार्जिंग स्टेशन से 30 मिनट में वाहन चार्ज हो जाएगा।
अंकित अस्थाना, सीईओ, स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉरपो.