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बंद होंगे हजारों स्कूल: एक किमी के दायरे में एक प्राथमिक और तीन किमी में एक माध्यमिक सरकारी स्कूल ही रहेंगे

locationभोपालPublished: Feb 17, 2020 07:25:50 am

– जिला शिक्षा अधिकारियों से बुलाई मैपिंग रिपोर्ट- प्राथमिक शासकीय शाला -80890
– माध्यमिक शासकीय शाला -30341- अब तक 35 हजार से अधिक स्कूल किए चिन्हित

बंद होंगे हजारों स्कूल: एक किमी के दायरे में एक प्राथमिक और तीन किमी में एक माध्यमिक सरकारी स्कूल ही रहेंगे

बंद होंगे हजारों स्कूल: एक किमी के दायरे में एक प्राथमिक और तीन किमी में एक माध्यमिक सरकारी स्कूल ही रहेंगे

भोपाल@अशोक गौतम की रिपोर्ट…

स्कूल की पढ़ाई में गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए सरकार अब एक शाला, एक परिसर के बाद एक किलोमीटर के दायरे में एक प्राथमिक और ३ किमी के दायरे में एक माध्यमिक शाला के फार्मूले पर काम करने जा रही है। इस दायरे में एक से अधिक स्कूल होने पर उन्हें आपस में मर्ज कर शेष स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा।
अभी प्रदेश में प्राथमिक शासकीय 80890 और माध्यमिक के 30341 सरकारी स्कूल हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से स्कूलों की मैपिंग करवा रहा है। अब तक 35 हजार एेसे स्कूल चिन्हित हुए हैं जो एक और तीन किलोमीटर के दायरे में आ रहे हैं। जल्द ही इसे कैबिनेट में लाया जाएगा।
स्कूल शिक्षा विभाग का मानना है कि इस फार्मूल से पर्याप्त संख्या में शिक्षक उपलब्ध हो सकेंगे। वहीं शिक्षा का स्तर भी सुधरेगा। नि:शुल्क बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम में भी इस तरह के प्रावधान हैं। उसी को ध्यान में रखते हुए विभाग ये प्रस्ताव तैयार कर रहा है। विभाग का मानना है कि एक शाला एक परिसर में कई स्कूलों को मर्ज करने के बाद स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।

वन और आदिवासी ग्रामों में नहीं होगा लागू

आदिवासी क्षेत्रों और वन ग्रामों में इस व्यवस्था को लागू नहीं किया जाएगा। इस के बाद भी इन क्षेत्रों के स्कूलों की मैपिंग की जाएगी। इसमें आदिम जाति कल्याण विभाग ग्रमीणों की मांग, पहुंच और सुविधा के अनुसार एकीकृत स्कूल का फार्मूला लागू किया जाएगा। इसमें आदिवासियों के विशेषाधिकार को भी ध्यान में रखते हुए सरकार निर्णय लेगी।
कम नामांकन वाले भी स्कूल होंगे बंद
कम नामांकन वाले स्कूल भी बंद होंगे। इसके लिए माध्यमिक शालाओं में 30 विद्यार्थियों का दायरा रखा गया है और प्राथमिक स्कूलों में 25 छात्र-छात्राओं का नामांकन मानदंड रखा गया है। अगर इससे कम प्रवेश हुए हैं तो इन स्कूलों को बंद कर उन स्कूलों को भी मर्ज किया जाएगा। वहां प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को भी दूसरे स्कूलों में ट्रांसफर किया जाएगा।
3 वर्ष तक होल्ड रहेंगे स्कूल

जिन स्कूलों को बंद किया जाएगा उन्हें ३ साल तक होल्ड रखा जाएगा। अगर मर्ज की गई स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या इस दौरान बढ़ती है तो इन स्कूलों को दोबारा चालू किया जाएगा। इन स्कूलों में पदों की पूर्ति पूर्व के अनुसार ही तीन साल तक रहेगी। इसके बाद इन स्कूलों में शिक्षकों के पदों को समाप्त किया जाएगा।
स्कूलों में खुलेंगे शासकीय कार्यलय
स्कूलों को एकीकृत करने के बाद जो शाला भवन खाली हो जाएंगे उनमें सरकारी कार्यलय लगेंगे। इसके अलावा कुछ स्कूल भवनों को स्कूल शिक्षा विभाग विभन्न तरह की शैक्षणिक गतिविधियां तथा स्टोर भवन के रूप में उपयोग करेगा।
एक शाला, एक परिसर के दायरे में 15 हजार स्कूलों

एक शाला, एक परिसर के दायरे में प्रदेश के 15 हजार स्कूलों को चिंहित किए गए हैं। इन स्कूलों को बंद करने की भी प्रक्रिया चल रही है। जुलाई तक यह स्कूल बंद कर दिए जाएंगे,क्योंकि सरकार ने यह निर्देश इसी वर्ष जारी किए हैं। निर्देश जारी करने से पहले शिक्षक पालक संघ समिति बन गई थी, समिति भंग होने के बाद ही इन स्कूलों को बंद किया जाएगा।

फैक्ट फाइल
प्राथमिक शासकीय शाला -80890

माध्यमिक शासकीय शाला -30341
हाई स्कूल – 6513

शासकीय हायर सेकेंड्री स्कूल -7062

शिक्षकों का प्रावधान
प्राथमिक शासकीय शाला में -2

माध्यमिक शासकीय शाला में -3
हाई स्कूल – 5
शासकीय हायर सेकेंड्री स्कूल -7

स्कूलों को मर्ज करने के लिए मैपिंग की जा रही है। इसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि कितने स्कूल मर्ज किए जाएंगे और कितने बंद।

– आइरिन सिंथिया, मिशन संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र
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