वहीं सरकार की ये मजबूरी है कि वो यदि सत्ता में बनी रहना चाहती हे तो उसे अपनों की बातें सुननी ही पड़ेंगी। दरअसल हम ये इसलिए कह रहे हैं, कि भाजपा द्वारा हाइकमान को छींक भी आने पर सरकार गिरा दिए जाने की चेतावनी के बाद अब लोकसभा चुनाव-2019 से ठीक पहले कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रहीं पथरिया विधायक रामबाई सिंह ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में सरकार को चेतावनी दे डाली है।
उन्होंने कहा है कि यदि उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया तो कमलनाथ सरकार के हाल भी कर्नाटक जैसे हो सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार जिसके बाद से कांग्रेस सरकार में हंगामा मचा हुआ है। दरअसल मध्यप्रदेश में सरकार बनाने के लिए 116 के जादुई आंकड़े से दो कदम पीछे यानि 114 सीटों पर रह गई कांग्रेस सरकार निर्दलीय व छोटे दलों के सहारे सत्ता में काबिज है।
समर्थन देने के एवज में मंत्री पद की मांग कर रहे निर्दलीय व छोटे दलों के विधायक सरकार के लिए एक बड़ी मुसीबत बने हुए हैं। जिन्हें न तो सरकार निगल पा रही हे और न ही उन्हें उगलने की हिम्मत सरकार में है।
वहीं इसके अलावा कांग्रेस में भी अंदर ही बना हुआ गुस्सा अब तक थमा सा नहीं दिख रहा हैं। ऐसे में सरकार अब गई की तब गई की स्थिति में बनी हुई है।
तो क्या गिर जाएगी सरकार!…
राजनीति के जानकार डीके शर्मा की माने तो वैसे तो सरकार अभी ठीक स्थिति में है। लेकिन इसे गिराया जाना भी मुश्किल नहीं है, क्योंकि भाजपा की ओर से लगातार आ रहे बयानों को देखते हुए लगता है, कि वो भी मौके की ताक में बैठी हुई है।
ऐसे में यदि कुछ ही विधायक भी सरकार का दामन छोड़ेंगे तो ये सच है सरकार की स्थिति कर्नाटक जैसी होने में कोई देर नहीं लगेगी। लेकिन शर्मा ने ये भी कहा कि कमलनाथ राजनीति के पुराने खिलाड़ी है, उन्हें इतनी आसानी से मात मिलना मुश्किल ही दिखता है।
वहीं कुछ विधायकों को लालच के तरीके से दूसरे दल अपनी सरकार बनाने के लिए भी अपनी ओर खींच सकते है। जरूरत है कि कांग्रेस में एकता बनी रहे। क्योंकि यदि एक भी विधायक कांग्रेस के पाले से निकला तो उसके पीछे कुछ और विधायक भी अपना रास्ता बना सकते हैं।