विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र 21 सितंबर से शुरू हो रहा है। इससे पहले एक-दो दिन में सर्वदलीय बैठक बुलाई जा रही है। सत्र तीन दिन रहे या इसकी अवधि कम की अवधि का किया जाए, इसे लेकर बैठक में तय किया जाएगा। 21 सितंबर को पहले दिन दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी। दूसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव हो सकता है। इसके अलावा सदन की कार्यवाही कैसे बेहतर रूप से चल सके, इसे लेकर भी सर्वदलीय बैठक में तय किया जा सकता है।
इस बार के विधानसभा सत्र में कई सदस्य और मंत्री सदन में नहीं दिखाई देंगे। कोरोना और उससे संबंधित गाइडलाइन के चलते वे इस बार सत्र का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। कोरोना के संकट को देखते हुए सदस्यों का सत्र से पहले कोविड टेस्ट भी किया जाएगा। गौरतलब है कि अभी तक मुख्यमंत्री और 10 मंत्री व 28 विधायक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।