भोपाल के अरेरा कालोनी के दिनेश सिंह कुशवाह बताते हैं कि बद्रीनाथ हाइवे पर बुधवार और गुरुवार की मध्य रात्रि भूस्खलन हुआ. पीपल कोठी के पास के पागल नाला पर हुए इस हादसे से रास्ते में ही पहाड़ का मलबा गिर गया. इससे रास्ता पूरी तरह बंद हो गया। वाहनों की कतार दोनों ओर लग गई। यात्री रास्ते में फंस गए। इन यात्रियों में भोपाल के भी करीब तीन दर्जन तीर्थयात्री शामिल हैं जोकि रास्ते में फंसें हैं। बद्रीनाथ के हाइर्वे पर पहाड़ गिर जाने के इस बड़े हादसे के बाद भी कोई चोटिल नहीं हुआ। भोपाल के सभी तीर्थयात्री पूरी तरह सुरक्षित बताए जा रहे हैं। सभी तीर्थयात्री रास्ता जल्द साफ होने का इंतजार कर रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गाड़ी के अंदर बैठे लोगों को अचानक तेज आवाज आई। बाहर देखा तो पहाड़ों से भरभराकर पत्थर गिरते दिखे. पहाड़ से पत्थर और मिट्टी गिरी और सड़क पर फैल गई।
हादसे से हालांकि यात्री डर हुए हैं लेकिन किसी को भी चोट नहीं आने से कुछ राहत है। तीर्थयात्री रास्ता खुलने के बाद ही हरिद्वार के लिए यहां से रवाना हो सकेंगे। भोपाल के यात्री 18 जुलाई को भरत नगर से यात्रा के लिए निकले थे। मिनी बसों से रवाना हुए भोपाल के करीब 3 दर्जन यात्री गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ बद्रीनाथ की यात्रा करने के लिए निकले हैं. 10 दिन का टूर प्रोग्राम है. अब हरिद्वार जा रहे थे कि रात में ही रास्ते में पहाड़ गिर गया। सभी तीर्थयात्री अब यहीं फंसे हैं।
परिजनों ने बताया कि शहर के ये सभी यात्री हरिद्वार की यात्रा करने के बाद ही भोपाल लौटेंगे। यात्रा पर निकले 10 दिन पूरे हो चुके हैं। अब इन यात्रियों को लौटने में अभी और कुछ दिनों का समय लगेगा। रास्ता खुल जाने के बाद ही बद्रीनाथ हाइर्वे से ये लोग हरिद्वार पहुंच पाएंगे। हरिद्वार घूमने के बाद ही अपनी-अपनी मिनी बस से सभी यात्री भोपाल लौटेंगे। यात्रियों ने अपने-अपने परिजनों को खुद के सुरक्षित होने की सूचना दे दी है।