उनका कहना है कि लोग सैर सपाटे के लिए जंगलों का रूख करते हैं, जो उनकी जिंदगी के लिए ठीक नहीं है, वहीं बाघों के लिए भी ठीक नहीं माना जाएगा। ऐसे में बाघों की सुरक्षा के लिए किए जा रहे उपायों का क्या मतलब रह जाता है? यदि हमें बाघों का संरक्षण करना है, तो हमें उनके क्षेत्र में दखल करनी होगी, जिसकी जिम्मेदारी सरकार के साथ हम नागरिकों की भी है।