70 साल पहले बसते थे बाघ, आज भी केरवा कलियासोत में कुछ जगह वही आदर्श स्थिति
भोपालPublished: Oct 15, 2022 12:34:15 am
2009 से बाघ की मूवमेंट शहर के नजदीक बढ़ गई है, क्योंकि शहर बढ़ता जा रहा है। बाघ का दायरा सिमट रहा है


70 साल पहले बसते थे बाघ, आज भी केरवा कलियासोत में कुछ जगह वही आदर्श स्थिति
भोपाल. केरवा, कलियासोत में जहां 70 साल पहले बाघ बसते थे आज टी-2 की पांचवीं पीढ़ी का बाघ वहीं आया हुआ है। उसे तेरह दिन हो गए हैं मैनिट में, लेकिन वह निकलने तैयार नहीं है। वाल्मी और कलियासोत में ही दो और बाघ का मूवमेंट है। ये बाघ भी टी-2 फैमिली के ही हैं। आशंका जताई जा रही है कि बाघिन भी केरवा के जंगल में कहीं मूवमेंट में है। संभवत: उसकी मौजूदगी भी अगले कुछ दिनों में यहां दर्ज की जा सकती है। मैनिट के बाघ को लेकर अब चिंता बढ़ने लगी है। लोग फोटो खींचने के चक्कर में उसके आस-पास जाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में उसका सुरक्षित रेस्क्यू जरूरी है। शुक्रवार को चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस चौहान ने अफसरों के साथ निरीक्षण किया।बाघ को बाहर करने को लेकर चर्चा भी की।