
अप्रेल में ये छठवीं घटना है
वाल्मी के सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि अप्रेल में ये छठवीं घटना है, जब कोई बड़ा जानवर वाल्मी परिसर के अंदर आ गया है। यहां अमूमन हिरण, लोमड़ी, मोर और अन्य छोटे जानवर बाउंड्री से अंदर आ जाते हैं। वाल्मी व इकोलॉजिकल ऑक्सीजन पार्क में वन्य प्राणी घूमते हुए देखे जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले एक बाघ ने बछड़े पर हमला भी किया था। सोमवार को भी एक बाघ वाल्मी परिसर में देखा गया जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ जिसका वीडियो वाल्मी के पास मौजूद है।
वाल्मी को बायोडायवर्सिटी परिसर घोषित करने की मांग
वाल्मी ने वन विभाग से अपील की है कि वाल्मी परिसर को बायोडायवर्सिटी क्षेत्र घोषित किया जाएए ताकि जानवरों को उनके आश्रय क्षेत्र में सुरक्षित रखा जा सके और वह इंसान के नजदीक वाले क्षेत्रों में न आ सकें। वाल्मी के पास कलियासोत डैम नजदीक होने के कारण जानवर अमूमन परिसर में आते रहते हैं।01 अप्रेल को कैंपस में सतपाल की गाय पर हमला किया।
कब-कब बाघ ने दी दस्तक
02 अप्रेल को बछड़े पर हमला किया।
15 अप्रेल की रात.1 बजे के लगभग सुरक्षा गार्ड ने बाघ को देखा।
20 अप्रेल को इकोलॉजीकल पार्क में पंजों के निशान मिलेए वन विभाग के अधिकारियों ने पुष्टि की।
24 अप्रेल की रात करीब 11रू40 पर सुरक्षा गार्ड ने दीवार के पास आहट सुनी।
25 अप्रेल को इकोलॉजिकल ऑक्सीजन पार्क में बाघ को देखा गयाए जो कैमरे में भी कैद हुआ है।