दूषित भोजन
कई कारणों के चलते घर पर रखा खाना दूषित हो जाता है। खाने को उचित तापमान पर न रखने पर इसमें बैक्टीरिया पनप जाते हैं। इसी प्रकार यदि फल-सब्जियों को अच्छे तरीके से न धोया जाए तो ऐसे में कई जीवाणु हमारे पेट में पहुंच जाते हैं। इसी तरह यह भी जरूरी है कि सब्जियों, चावल और रोटी को सही ढंग से पकाया जाना बेहद जरूरी है। इसके अलावा उत्पादन, कटाई, प्रोसेसिंग, भंडारण और परिवहन के दौरान अनाज या फल सब्जियों के बार-बार दूषित होने की आशंका रहती है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि इनका उपयोग किए जाने से पहले इनको अच्छे तरीके से साफ करना चाहिए। इसमें लापरवाही बरतने पर दूषित भोजन से बच्चे, गर्भवती महिलाएं और बीमार और कमजोर लोग जल्दी चपेट में आते हैं।
सफाई का रखें ध्यान
इसमें सफाई की बड़ी भूमिका है। भोजन पकाते, परोसते या खाते वक्त हाथों को अच्छी तरह धोना चाहिए। हाथों का विभिन्न जगह इस्तेमाल होने से हाथों पर बैक्टीरिया चिपक जाते हैं। इसलिए हाथों की सफाई अच्छी तरह की जानी चाहिए। इसी तरह आपकी रसोई व बर्तन भी साफ-सुथरे होने चाहिए। इसमें किसी तरह की लापरवाही न बरतकर इनको अच्छे से धोया जाना बहुत जरूरी है।
कच्चा और पका
कच्चा सामान और पका हुआ खाना एक साथ रखने से परहेज करना चाहिए। खासतौर पर मांस, सी फूड और पोल्ट्री को अन्य खाद्य पदार्थों और पके भोजन से दूर रखना चाहिए। कच्चे खाद्य के बैक्टीरिया भोजन को प्रदूषित कर सकते हैं। इसलिए बेहतर यही है कि कच्चे और पके खाद्य पदार्थों में दूरी बनाए रखें।
तापमान और भोजन
तापमान आपके भोजन को प्रभावित करता है। ध्यान रखें कि कमरे के सामान्य तापमान में खाद्य पदार्थों में बैक्टीरिया जल्दी पनपने लगते हैं। इन बैक्टीरिया को रोकने के लिए या तो तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से कम या फिर 60 डिग्री से ज्यादा हो। ध्यान यह भी रखें कि लंबे समय तक रखा हुआ भोजन खाने से बचते रहें। इसके दूषित होने की आशंका अधिक रहती है।
साफ-सुथरा पानी
अक्सर लोगों की आदत होती है कि वे पानी पीने के मामले में तो बेहद सावधानी बरतते हैं और हर तरह का पानी पीने से बचते हैं लेकिन वे भोजन पकाने में इस्तेमाल किए जाने वाले पानी में लापरवाही बरतते हैं। यह लापरवाही भोजन को प्रदूषित बना देती हैै। पकाने के लिए भी अच्छा पानी उपयोग में लाएं।
सही ढंग से पकाए
भोजन को दूषित होने से बचाने में उसके सही ढंग से पकाए जाने की बड़ी भूमिका है। अच्छा पकने से इसके सभी प्रकार के हानिकारक जीवाणु नष्ट हो जाते हैं। एक अध्ययन के अनुसार 70 डिग्री सेल्सियस पर पकाए गए भोजन का इस्तेमाल सुरक्षित होता है।