लोगों को बचे हुए डोज लगाने के लिए स्वास्थ्य केंद्र तक लाएंगे। मालूम हो कि पत्रिका ने ही प्रदेश में 51 लाख डोज एक्सपायर होने का खुलासा किया था। इसके बाद अभियान शुरू किया गया है। जानकारी के मुताबिक स्टोर में जो वैक्सीन उपलब्ध हैं, उनमें से 29851 डोज जून में ही एक्सपायर हो जाएंगे।
जुलाई में 20 लाख 17 हजार और अगस्त में 30 लाख 34 हजार डोज एक्सपायर हो जाएंगे। इधर अभियान को लेकर स्वास्थ्य के अधिकारी असमंजस में हैं। दरअसल, विभाग ने अभियान के लिए जो निर्देश जारी किए हैं, उनमें स्पष्ट नहीं है कि कैसे अभियान को पूरा किया जाए।
चुनावों में शामिल कर्मचारियों का हो नि:शुल्क टीकाकरण
वैक्सीनेशन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण लगभग खत्म होने से लोगों का टीके के प्रति रुझान भी कम हो गया है। अब चुनावी मौसम शुरू हो रहा है। एक बार फिर भीड़ भरा माहौल होगा। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वे चुनाव में शामिल कर्मचारी और अधिकारियों को नि:शुल्क प्रिकॉशन डोज लगवाएं।
पैसे देकर भी नहीं लगवा रहे वैक्सीन
अफसरों की मानें तो 12 जिलों में करीब 36 अस्पतालों में ही पेड वैक्सीन लग रही है। अब तक मात्र 26680 हजार लोगों को ही बूस्टर डोज लग पाया है। प्रदेश में करीब साढ़े पांच करोड़ लोग टीकाकरण के लिए पात्र हैं। इनमें से साढ़े चार करोड लोगों की उम्र 18 से 59 साल के बीच है।
घर-घर दस्तक अभियान 2.0 के दूसरे चरण की शुरुआत की गई है। हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज लगाए जाएंगे।
– डॉ. संतोष शुक्ला, राज्य टीकाकरण अधिकारी