ब्रिज के नाम पर खींचतान रही। भाजपा और कांग्रेस के अपने-अपने दावे हैं। महापौर आलोक शर्मा पूर्व सीएम बाबूलाल गौर के नाम का प्रस्ताव महापौर परिषद में पास कर मंजूरी के लिए शासन को भेजेंगे, वहीं कांग्रेस की तरफ से मंत्री पीसी शर्मा कह रहे हैं कि नाम तो सरकार ही तय करेगी। बताया जा रहा है कि कांग्रेस इसे संजय गांधी के नाम पर करना चाहती है। वहीं ब्रिज पर दरार देख कांग्रेस नेता बिफर गए। जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने पीडब्ल्ल्यूडी के एसडीओ अनुराग यादव के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण की कमजोर गुणवत्ता के आरोप लगाए, जबकि इंजीनियरों ने दरार को खामी नहीं माना। इधर कृष्णा गौर बोलीं दरार ब्रिज नहीं, कांगे्रस में है। कार्यक्रम में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के न आने को उन्होंने कांग्रेस में गुटबाजी से जोड़ते हुए कहा-कांग्रेस को अपनी दरारें भरना चाहिए।
स्थिति एक: दानापानी की ओर से आने वालों के सामने होशंगाबाद रोड की ओर डिवाइडर नहीं है। ऐसे में दाईं ओर गलत मुडऩे की बजाय बाईं और यानि बाग सेवनियां के रास्ते ही जाएं।
स्थिति दो: ब्रिज से बाग सेवनियां की ओर नीचे उतरकर किनारे सर्विस रोड पर न मुड़ें। बाग सेवनियां क्रॉसिंग से ही बीआरटीएस मिक्सलेन में मिसरोद की ओर बढ़ें, ताकि वाहन आपस में न भिडें।
स्थिति तीन: बाग सेवनियां क्रॉसिंग की ओर से बावडिय़ा जाने के लिए सर्विस रोड से न चढं़े। बीआरटीएस मिक्सलेन पर बढ़कर ब्रिज के बाद मिलने वाले ओपन प्वाइंट से मुड़े फिर ब्रिज पर जाएं।
स्थिति चार: होशगाबाद रोड से दानापानी की तरफ उतरने वाले प्वाइंट पर कोई आईलैंड या रोटरी नहीं है। ऐसे में रफ्तार धीमी रखें, ताकि चार तरफ से आ रहे ट्रैफिक की उलझन से बच सकें।
ब्रिज के दानापानी और होशंगाबाद रोड दोनों तरफ पांच-पांच रास्ते हो गए हैं। इन सभी से वाहन आ रहे हैं और ब्रिज का मुहाना उलझने का प्वाइंट बन रहा है। होशंगाबाद रोड की तरफ वाहन चालक गलत दिशा में उतर रहे हैं। वाहनों को बाईं ओर मुड़कर बाग सेवनियां थाने के क्रॉसिंग से मुड़कर मिसरोद की तरफ जाना चाहिए, लेकिन वे दाईं दिशा से सीधे सर्विस रोड में जा रहे हैं। सर्विस रोड पर ट्रैफिक पुलिस के जवान की किसी ने नहीं सुनी।