ट्रैफिक सिग्नल के बंद रहने की वजह से पीक आवर्स में यातायात संचालन का काम ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर बागसेवनिया एवं मिसरोद थाने की पुलिस कर्मी करते हैं। वीआईपी मूवमेंट में यहां इंतजाम नहीं होते। जिसका नतीजा जानलेवा दुर्घटनाओं के रूप में सामने आ रहा है। दोनों थाना क्षेत्र की डायल 100 होशंगाबाद बीआरटीएस पर लगातार पेट्रोलिंग करती रहती है। होशंगाबाद बीआरटीएस में शुरुआती दिनों में ट्रैफिक सिग्नल का संचालन किया जाता रहा। ऑटोमेटिक तरीके से चलने वाले ट्रैफिक सिग्नल होशंगाबाद बीआरटीएस के ट्रैफिक लोड के हिसाब से सेट किए गए थे। वर्तमान में इनका संचालन बंद है और व्यवस्था चरमराई हुई है।
इन स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल
– सावरकर सेतु से मिसरोद की तरफ जाते हुए पहला ट्रैफिक सिग्नल बागसेवनिया चौराहे पर पड़ता है। यह चौराहा ट्रैफिक के लिहाज से अति व्यस्त माना गया है बावजूद यहां पर सिग्नल प्रणाली बंद है।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय एवं दानिश नगर चौराहे के सामने लगे ट्रैफिक सिग्नल भी काम नहीं कर
रहे हैं।
– थोड़ा आगे आकर चिनार फॉच्र्यून एवं मिसरोद थाने के कट पर भी ट्रैफिक सिग्नल नहीं है। हाल ही में यहां भीषण सड़क दुर्घटना हुई है।
– संदीप दीक्षित, एडिशनल एसपी, ट्रैफिक