रेलवे विस्तार के लिए बड़ा कदम
आपको बता दें कि, तीनों शहरों में बनने वाली 1500 मेगावाट बिजली में से करीब 207 मेगावाट बिजली का इस्तेमाल भारतीय रेल को रफ्तार देने में किया जाएगा। हालांकि, नवकरणीय विभाग इसमें बढ़ोतरी का फैसला भी कर सकता है। विभाग के सूत्रों का मानना है कि, संभव है कि, रेलवे को 1500 मेगावाट में से लगभग एक चौथाई बिजली दी जा सकती है। यह प्रदेश में रेलवे के विस्तार के लिए अहम कदम साबित होगा।
मेट्रो की बिजली आपूर्ति को केबिनेट की मुहर
इधर, नवकरणीय विद्युत विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, सरकार के आदेश के बाद तीनो शहरों में सोलर पार्क की जमीने चिन्हित कर ली गई है। संभव है कि, साल 2019 की पहली तिमाही में इसका काम शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, अभी जमीन के आवंटन की प्रक्रीया चल रही है। भोपाल और इंदौर में चलने वाली मेट्रो ट्रेन को लाखों यूनिट बिजली सौर ऊर्जा से मिलेगी। मेट्रो ट्रेन को लगभग 3 हजार मिलियन बिजली दी जानी है। यह बिजली शाजापुर, नीमच और आगर में बनाई जाएगी। पिछली सरकार में तीनों शहरों में 1500 मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क बनाने के लिए कैबिनेट ने मंजूरी दे दी थी। इन सोलर पार्क से भोपाल और इंदौर मेट्रो को बिजली देने का फैसला पहले ही कर लिया गया था। इन सोलर पार्क का विकास रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड कंपनी करेगी और तीनों शहरों में 500-500 मेगावाट बिजली बनाई जाएगी।