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1 हजार रुपए के लिए तीन पहिए पर 300 किमी का किया सफर,देखें वीडियो

locationभोपालPublished: Apr 27, 2020 01:11:08 pm

Submitted by:

Amit Mishra

पेंशन लेने पहुंची 75 वर्षीय दिव्यांग वृद्धा, उज्जैन में रहने वाली वृद्धा 15 दिन पहले गईं थीं अशोक नगर, वहीं से पेंशन लेकर लौटीं, रास्ते में समाजसेवियों ने मदद की

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राजेश विश्वकर्मा ,ब्यावरा. 39 से 40 डिग्री में जहां आप और हम लॉक डॉउन के कारण घरों में कैद हैं, वहीं इसका एक दूसरा रूप भी सामने आ रहा है। मोदी सरकार द्वारा डाली गई पेंशन, सहायता राशि को लेने तरह-तरह के जतन जरूरतमंद कर रहे हैं। ऐसी ही एक दुखी कर देने वाली तस्वीर रविवार को सामने आई, जिसमें एक 75 वर्षीय दिव्यांग वृद्धा 300 किमी का सफर अपनी ट्राइसिकल से तय कर ब्यावरा पहुंची, जहां से एक पुलिसकर्मी, समाजसेवी ने उसकी मदद कर उज्जैन के लिए रवाना किया।

एबी रोड होते हुए वे अशोक नगर पहुंची
दरअसल, उज्जैन निवासी निबियाबाई पति हरिचरण पाल (75) कुछ दिन पहले पैतृक घर अशोक नगर पहुंची, जहां उनका पता और आधार इत्यादि अपडेट हैं। उसी पते पर आई पेंशन राशि को लेने वे निकल पड़ीं। अपनी ट्राइसिकल से उन्होंने यात्रा आरंभ की, एबी रोड होते हुए वे अशोक नगर पहुंची।

 

राशि मिल गई तो अपने गंतव्य को लौट रही
लौटने में राजगढ़ बाइपास पर देहात थाने के पुलिसकर्मी संजय सिंह उन्हें मिले। जिन्होंने उसे खाना खिलाया, बाइपास पर ही पानी और बिस्किट का प्रबंध किया। इसके बाद उनकी ट्राइसिकल को धकाकर बाइपास पार करवाया। पुलिसकर्मी ने उनकी हर संभव मदद की। उन्होंने बताया कि अपनी पेंशन की राशि को लेेने ही वे निकली थीं, राशि मिल गई तो अपने गंतव्य को लौट रही हैं।

300 किमी का किया सफर

कोई संतान नहीं, उज्जैन में किराये के मकान में रहती हैं
निबियाबाई ने पत्रिका को बताया कि उनकी कोई संतान नहीं है, उज्जैन में चाचा ससुर रहते हैं लेकिन वे अपने पति के साथ उज्जैन में ही किराये के एक मकान में रहती हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने जो मदद मुहैया करवाई है उसे ही लेने मैं निकल पड़ी थीं। उनकी इस हिम्मत की पुलिसकर्मियों ने भी दाद दी। उन्हें हर शहर, कस्बे, नगर में तमाम प्रकार की मदद भी मिली। किसी ने खाना तो किसी ने पानी, चाय, नाश्ते इत्यादि की मदद मुहैया करवा दी। वे अपने एक पानी के टिपिन के साथ अपनी गाड़ी पर उज्जैन के लिए रवाना हो गईं।

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