आपके घर के आसपास अपने आप उग आए पेड़-पौधे भी देते हैं शुभ-अशुभ संकेत! मिलता है ये फल
भय और निर्धनता से लेकर मनोकामनाएं पूरी होने तक का ये है इशारा...

भोपाल। जीवन में कुछ चीजों का होना और घटना अच्छा नहीं समझा माना जाता है। जीवों से लेकर प्रकृति तक हमें हमारे जीवन में आने वाले शुभ और अशुभ समय का संकेत देती है।
लेकिन कई बार या तो हम उन बातों की ओर ध्यान नहीं दे पाते या जानकारी के अभाव में कुछ समझ ही नहीं पाते, और वो कर गुजरते हैं जो हमारे लिए बाद में अशुभ सिद्ध होता है।
जी हां, छिपकली , मकड़ी से लेकर कौवा तक हमें कई तरह के भविष्य के संकेत देते हैं। लेकिन आज हम आपको पेड़ों से जुड़े उन संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो हमें शुभता व अशुभता के बारे में बताते हैं।
वास्तु की जानकार रचना मिश्रा के अनुसार घर में पेड़ लगाने से हरियाली आती है और घर में रहने वाले लोग हमेशा स्वस्थ रहते हैं।
लेकिन कई बार आपने आप उगने वाले या हमारे द्वारा लगाए जाने वाले पेड़-पौधे अच्छे परिणाम नहीं देते, क्योंकि उनमें वास्तुदोष होता है। इनमें अपने आप उगने वाले पेड़ पौधे हमें हमारे भविष्य का संकेत माने जाते हैं।
ऐसे समझें पेड़-पौधों का संकेत....
: यदि घर की पूर्व दिशा में पीपल के पेड़-पौधे हो यानि अपने आप उग आया हो तो यह घर में भय और निर्धनता का संकेत देता है।
: वहीं इसके विपरीत यदि घर की पूर्व दिशा में बरगद का पेड़ उग आए तो यह समस्त मनोकामनाएं पूरी होने का संकेत माना जाता है।
: घर की दक्षिण दिशा में कांटेदार पेड़-पौधे का उगना घर में रोग पनपने का संकेत है।
: जबकि घर की दक्षिण दिशा में गूलर का पेड़ शुभ फलदायक माना गया है।
: घर के पिछवाड़े या दक्षिण की ओर फलदार वृक्ष शुभ माने गए हैं। क्योंकि ये दक्षिण से आने वाली निगेटिव हवा को रोकते हैं।

: वहीं घर के उत्तर में गूलर और नींबू का पेड़ होना आंखों से संबंधित बीमारियां होने का संकेत माना जाता हैं।
: पूर्व और उत्तर दिशा में फलदार पेड़ लगाने से संतान पीड़ा या बुद्धि नाश का कारण माना गया है।
: वहीं तुलसी का पौधा घर की पूर्व या उत्तर दिशा में लगाया जाना या अपने आप उग आना अत्यंत शुभ माना गया है।
जबकि घर के दक्षिण में तुलसी का पौधा कठोर यातना देता है।
घर से जुड़ी खास बातें जो आपको जाननी जरूरी हैं...
वास्तु की जानकार रचना मिश्रा कहतीं है कि घर बनाते समय हमें वास्तु का खास ध्यान रखना चाहिए, इसके साथ ही घर के मुख्य द्वार के सामने भी खास ध्यान देना चाहिए।
ऐसे समझें...
1. तीखी या अंदर की ओर कोई नुकीली चीज मुख्य द्वार के सामने हो तो माना जाता है कि वहां रहने वालों को कोई न कोई बाधा आती रहेगी।
2. वहीं यदि घर के सामने बिजली का खंभा या ट्रांसफार्मर लगा हो तो आपके यहां अच्छी ऊर्जा आने के बजाय निगेटिव ऊर्जा आएगी। जो मानसिक तनाव देने के साथ ही आपका स्वास्थ्य भी प्रभावित करेगी।

3. मुख्य द्वार के सामने कोई रास्ता द्वार की ओर जा रहा हो तब भी बाधा का कारण बनता है। माना जाता है ऐसी स्थिति में ग्रह स्वामी की अकाल मृत्यु का कारण बन सकती है।
4. घर के सामने वृक्ष बड़ा रहे तो वहां रहने वालों की प्रगति की गति धीमी रहती है।
5. वहीं यदि उस वृक्ष की छांव घर पर भी पड़ती हो तो नुकसानप्रद माना गया है। जबकि उसकी छाया कहीं से भी मकान पर नहीं पड़ती हो तो हानिकारक नहीं माना जाता।
6. कई बार लोग घरों में मुख्य द्वार के सामने कैक्टस के छोटे पौधे लगा देते हैं, चांदनी बेल या मनी प्लांट लगा देते हैं, जिससे मुख्य द्वार में अवरोध पैदा हो जाता है। इस प्रकार के घर में भी बाधा आती रहती है।
7. कई जगह लोग घरों के सामने लंबे अशोक वृक्ष लगा देते हैं, जिससे घर में आड़ सी हो जाती है। यह भी घर में रहने वालों की प्रगति के मार्ग में बाधा का कारण बनता है। इससे बचने के लिए जहां तक हो सके मुख्य द्वार को बाधा से रहित ही रखना चाहिए।
8. वहीं माना जाता है कि पूर्व में पीपल का पेड़ अकारण भय व धन की हानि देता है।

9. जबकि आग्नेय कोण में अनार का पेड़ अति शुभ परिणाम देने वाला माना जाता है।
10. दक्षिण में गुलर का पेड़ शुभता प्रदान करता है।
11. नैऋत्य में इमली शुभ मानी गई है।
12. जबकि दक्षिण नैऋत्य में जामुन और कदंब का पेड़ शुभ रहता है।
13. उत्तर में पाकड़ का पेड़ अंग्रेजी में Ficus virens लगाना अच्छा माना जाता है।
14. ईशान में आंवला का पेड़ अति शुभदायक माना गया है।
15. जबकि ईशान-पूर्व में आम का पेड़ शुभ रहता है।
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