रात में काट दिया पीपल... परंतु जमीन मालिक ने सोचा कि जब तीन पेड़ काटने में केवल 2000 रुपये जुर्माना हुआ तो पीपल भी काट दो और उसके द्वारा शुक्रवार शनिवार की दरमियानी रात को बगेर किसी अनुमति के पीपल का पेड़ भी काट दिया गया।
मौके पर बना पंचनामा... शनिवार को सी पी ए के अधिकारियों के निर्देश पर नाकेदार सुरेश शुक्ला द्वारा मौके पर पहुच पंचनामा बनाया गया है। जो वह एस डी ओ फारेस्ट को प्रस्तुत करेंगे और थाना निशातपुरा में उक्त जमीन मालिक के खिलाफ एफ आई आर के लिए देंगे। शुक्ला द्वारा बताया गया कि सभी पेड़ सी पी ए की शासकीय भूमि में थे जिन्हें जड़ से काटा गया है।
नियम... पेड़ो को काटने की अनुमति के लिए पहले सी पी ए में आवेदन करना होता है। इसके बाद नगर निगम से उन्हें काटने अनुमति मिलती है। 30 से मी से ज्यादा के पेड़ को काटने के 6000 रुपए प्रति पेड़ और यदि उसे अपने पास रखना है तो 6000 रुपए अतिरिक्त जमा करने होते है। साथ ही राजधानी परियोजना में भी राशि जमा होती है। इसके हिसाब से इन चार पेड़ो की कटाई हेतु 23200 रुपए राजधानी परियोजना में जमा होने थे और नगर निगम में 48000 रुपए।
नेतागिरी हावी.... संत आसाराम चौराहा गांधीनगर से लेकर करोंद होते हुए अयोध्या बायपास और रत्नागिरी तिराहे तक दोनों और सी पी ए का प्लांटेशन है। जहां से लगी सभी जमीनें बेशकीमती है। जहां बड़े बड़े शॉपिग मॉल, हॉस्पिटल, बड़ी कॉलोनियाँ सहित अन्य व्यासायिक कार्य हो रहे है। इन सभी के एंट्रेंस में सी पी ए के हरे भरे पेड़ आ रहे है। जो इन व्यासायिक कार्यो के लिए नेतागिरी हावी कर काट दिए गए है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है। जब सरकारी अधिकारी कर्मचारी वहा कार्यवाही के लिए पहुँचे तो एक नेताजी के फ़ोन आया कि जुर्माना रसीद काट दो।
इनका कहना, पीपल का पेड़ काटने अनुमति नही देने का कोई नियम नही। सभी पेड़ काटने नियमानुसार अनुमति दी जाती है। मामले में जो नियमानुसार जुर्माना होता है। मुझे अभी मामले की पूर्ण जानकारी नही।
पवन के सिंह, अपर आयुक्त नगर निगम भोपाल
मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर गए । जहाँ चार पेड़ काटे गए है और उसका फ़ोटो किया गया है। वहाँ के सुपरवाइजर महेश यादव को रिपोर्ट बना प्रस्तुत करने कहा है। उसे वरिष्ठ अधिकारियी के समक्ष पेश कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर गए । जहाँ चार पेड़ काटे गए है और उसका फ़ोटो किया गया है। वहाँ के सुपरवाइजर महेश यादव को रिपोर्ट बना प्रस्तुत करने कहा है। उसे वरिष्ठ अधिकारियी के समक्ष पेश कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
दिलीप, सुपर वाइजर नगर निगम उद्यान शाखा