भोपाल

मोबाइल से अपने आप ऐसे उड़ जाती है आपके खाते की राशि, बचने के लिए इनसे रहें सावधान

पूरे राज्य में फैला है जाल, फर्जी तरीके से निकाले थे 9.50 लाख रुपए…

भोपालAug 05, 2019 / 01:52 pm

दीपेश तिवारी

भोपाल। मध्य प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में इन दिनों बैंक एकाउंट्स से अचानक पैसा गायब हो जाने की कई शिकायतें आ रही है। ऐसे में जहां बैंक का ग्राहक खुद के पैसे को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहा है। वहीं इसके लिए वह केवल और केवल बैंक को व उसकी टेक्नालॉजी ही दोषी मानने लगा है।
जबकि इन तमाम तरह के होने वाले फ्रॉड के लिए कहीं न कहीं हम भी जिम्मेदार होते हैं। कभी गलती से किसी को अपना कोड बता देना या फोन पर ही किसी लालच के चले ओटीपी दे देना इसकी मुख्य वजहें मानी जाती हैं।
लेकिन फ्रॉड करने वालों को लेकर कई नई बातें भी सामने आने लगी हैं, जिसके तहत उनकी ओर से कुछ ऐसे प्रोग्राम बनाए गए हैं, जिसमें आदमी आसानी से फंस कर ठगी का शिकार हो जाता है। इस तरह के फ्राड से बचने के कई उपाय भी हैं।
जिनके संबंध में जानकारों का कहना है कि यदि आपको मोबाइल पर किसी एप के जरिए पैसे देने का लालच मिल रहा है तो आप सावधान हो जाएं। हो सकता है कि आपने उसे डाउनलोड किया और वहीं दूसरी ओर आपके बैंक खाते से पैसे कट जाएं। क्योंकि इसी तरह के मोबाइल एप अलग-अलग नाम से ठगी करने वालों द्वारा तैयार किए गए हैं।
इस तरह की ठगी का काम ऑनलाइन जन सुविधा के नाम पर भी चल रहा है। इसका खुलासा सूरत से पकड़कर लाए धोखाधड़ी के एक आरोपी धर्मेश भारती ने पूछताछ के दौरान गुना कोतवाली पुलिस को बताया। यह आरोपी ग्रोथ मनी नामक मोबाइल एप के डाउनलोड करने वालों के बैंक खातों से लाखों रुपए उड़ा चुका है।
इस आरोपी ने एक संस्था का फर्जी चेक बनाकर एसबीआई के खाते से 9.50 लाख रुपए उड़ाए थे, जिसके विरुद्ध गुना कोतवाली में चार सौ बीसी का मुकदमा कायम था।

इस पर गुना पुलिस अधीक्षक की ओर से 8 हजार रुपए का इनाम घोषित था। आरोपी धर्मेश को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। एएसपी टीएस बघेल ने पत्रकारों को बताया कि हाई ब्रांड सीमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड राजकोट गुजरात का चैक उसके मालिक ने 25 दिसंबर 2013 को आशापुरा एग्रो सेंटर के पक्ष में चैक दिया था, जिसे आरोपी धर्मेंद्र पुत्र शिवकुमार निवासी सिंगरौली रोड सूरत ने प्राप्त कर 9 लाख 50 हजार 600 रुपए का फर्जी चैक बनाकर अपने नाम से बैंक ऑफ महाराष्ट्र की गुना शाखा में लगाया।
बैंक द्वारा चैक को एसबीआई शाखा गुना से क्लियर कराया। इसके बाद आरोपी ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र सूरत से राशि निकाल ली। इसके बारे में मैनेजर संतोष कुमार जैन ने शिकायत पर सिटी कोतवाली ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी को पकडऩे छापा मारे, लेकिन व निवास का पता बदल लेता था।
सायबर सेल ने खोज निकाला आरोपी: इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने टीआई अवनीत शर्मा, एसआई अशोक जोशी के नेतृत्व में करण सिंह देवलिया और सायबर सेल के माखन चौधरी की टीम बनाई।

सायबर सेल के माखन और कुलदीप भदौरिया ने आरोपी के ठिकाने का पता लगाया। इसके बाद पुलिस टीम ने दबिश दी और आरोपी को सूरत से गिरफ्तार कर लिया।
नाईजीरियन लोगों के साथ कर चुका है धोखा, एप के जरिए कीं धोखाधड़ी: पुलिस ने आरोपी को रिमांड पर ले रखा है। आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वर्ष 2013 में दिल्ली में हुए 420 के प्रकरण में उसे गिरफ्तार किया था। इसमें उसने नाईजीरियन लोगों के साथ दिल्ली में बैंकफ्रॉड किया था। आरेापी सूरत में आनलाइन जन सुविधा केंद्र चलाता है। इसी के जरिए धोखाधड़ी करता है।
पूरे देश भर में फैला है इसका नेटवर्क: एएसपी बघेल ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ के दौरान जानकारी दी कि आरोपी द्वारा एक ग्रोथ मनी नामक मोबाइल एप तैयार किया है, जिसका नेटवर्क उत्तरप्रदेश, मुंबई, दिल्ली , मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में फैला हुआ है।
अब इस ग्रोथ मनी नामक मोबाइल एप के माध्यम से की गई धोखाधड़ी के संंबंध में आरोपी से अन्य राज्यों की पुलिस द्वारा भी पूछताछ की जाएगी।
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