सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर दिग्विजय सिंह ने लिखा कि, ‘क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मप्र शासन को पंचायतों को दिए अधिकार वापस लौटाने के निर्देश देंगे? इन प्रश्नों का उत्तर मोदी जा अपने संबोधन में देंगे? नहीं देंगे, क्योंकि वे केवल अपने मन की बात करते हैं, दूसरों के मन की बाद नहीं सुनते।
नौ अप्रैल को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की ‘नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा’ 192वें दिन पूरी होने के बाद मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के बरमान घाट में समाप्त हो गई। वर्ष 1993 से वर्ष 2003 तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय ने अपनी पत्नी अमृता राय के साथ इसी बरमान घाट से पिछले साल 30 सितंबर को नर्मदा पूजन के बाद यह नर्मदा परिक्रमा पदयात्रा शुरू की थी। इस दौरान वे पूरी तरह राजनीति से दूरी बनाए रहे।
लेकिन अब उनकी वापसी के साथ बढ़ती सक्रियता एक बार फिर से चर्चा में है। यात्रा समाप्ति के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से उनकी मुलाकात और अपने पुराने अंदाज में सोशल मीडिया पर बढ़ती सक्रियता बता रही है कि दिग्विजय एक बार फिर से फॉर्म में आ गए हैं, और प्रदेश की राजनीति में अपनी दखल एक बार फिर से बढ़ाएंगे। माना जा रहा है कि चेहरे के अभाव से जूझ रही और आगामी चुनाव के लिए अपनी तैयारियों को बल देने की कोशिश करती कांग्रेस मध्यप्रदेश के इस कद्दावर नेता को फिर से फ्रंट पर ला सकती है। हालांकि ये अभी कयास भर ही है, लेकिन पीएम पर अपने शब्दों के बाण छोड़ कर दिग्गी राजा ने एक बार फिर से ये साबित कर दिया है कि वे राजनीति से कुछ महीनों के लिए दूर जरूर हुए, लेकिन उनके तेवर अभी भी बरकरार हैं।