— क्या है मामला- सौंसर के मोहगांव तिराहे पर 10 फरवरी की रात बिना अनुमति के शिवाजी की प्रतिमा स्थापित कर दी गई थी, जिसे दूसरे दिन प्रशासन ने हटा दिया। प्रतिमा हटाए जाने के दौरान सौंसर में खासा विवाद हुआ था। इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार द्वारा विधिवत शिवाजी की आदमकद प्रतिमा लगाने का ऐलान किया गया। इसके लिए सौंसर नगर पालिका द्वारा बैठक करके प्रस्ताव भी पारित किया गया। सौंसर में प्रतिमा हटाए जाने के विरोध में लगातार आंदोलन जारी है।
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यू चले आरोप-प्रत्यारोप:
नकुलनाथ: मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर शिवाजी की भव्य प्रतिमा समारोह आयोजित करके स्थापित की जाएगी। इसका पूरा खर्च मेरे द्वारा वहन किया जाएगा। शिवराज: अब देखिए नकुलनाथ कह रहे हैं कि शिवाजी का पुतला वो अपने पैसे से बनवाएंगे और लगवाएंगे। पहले अपमान करना, फिर पैसों की पावर दिखना ये कांग्रेस प्रवृत्ति है, प्रकृति है, संस्कृति है। नाथ साहब, शिवाजी के भक्तों में इतनी ताकत है कि वो इस काम के लिए अपने दम पर धन जमा कर सकते हैं। अब या तो सरकार अपने खर्च पर शिवाजी की प्रतिमा लगाए या फिर हम जनभागीदारी से लगाएंगे।
मैं कल दोपहर 2 बजे सौंसर पहुंच रहा हूं। प्रदेशवासियों से आव्हान है कि आप भी मेरे साथ चलें। हम सब मिलकर कमलनाथ को अपनी बुलंद आवाज से शिवाजी महाराज का जयघोष कर बता दें कि हमारी दहाड़ सौंसर से भोपाल तक कैसे गूंजती है।
नकुलनाथ: मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर शिवाजी की भव्य प्रतिमा समारोह आयोजित करके स्थापित की जाएगी। इसका पूरा खर्च मेरे द्वारा वहन किया जाएगा। शिवराज: अब देखिए नकुलनाथ कह रहे हैं कि शिवाजी का पुतला वो अपने पैसे से बनवाएंगे और लगवाएंगे। पहले अपमान करना, फिर पैसों की पावर दिखना ये कांग्रेस प्रवृत्ति है, प्रकृति है, संस्कृति है। नाथ साहब, शिवाजी के भक्तों में इतनी ताकत है कि वो इस काम के लिए अपने दम पर धन जमा कर सकते हैं। अब या तो सरकार अपने खर्च पर शिवाजी की प्रतिमा लगाए या फिर हम जनभागीदारी से लगाएंगे।
मैं कल दोपहर 2 बजे सौंसर पहुंच रहा हूं। प्रदेशवासियों से आव्हान है कि आप भी मेरे साथ चलें। हम सब मिलकर कमलनाथ को अपनी बुलंद आवाज से शिवाजी महाराज का जयघोष कर बता दें कि हमारी दहाड़ सौंसर से भोपाल तक कैसे गूंजती है।
नकुलनाथ: शिवराज सिंह, विकास मॉडल छिंदवाड़ा में आपका स्वागत है, लेकिन आप जिस तरह से शिवराज के नाम पर रोटियां सेंकने आ रहे है वो गलत है। शिवाजी महाराज हमारी आस्था के प्रतीक हैं, आपका उनके नाम को राजनीति के लिए प्रयोग करना उचित नहीं।
आप छिंदवाड़ा आ रहे हैं तो मेरे गृह ग्राम शिकारपुर में कल दोपहर भोजन के लिए आमंत्रित हंै। भोजन के पश्चात मैं चाहूंगा कि आप एक दफा संपूर्ण छिंदवाड़ा के विकास को अवश्य देखकर लौटें।
आप छिंदवाड़ा आ रहे हैं तो मेरे गृह ग्राम शिकारपुर में कल दोपहर भोजन के लिए आमंत्रित हंै। भोजन के पश्चात मैं चाहूंगा कि आप एक दफा संपूर्ण छिंदवाड़ा के विकास को अवश्य देखकर लौटें।
शिवराज- सांसद भतीजे मैं कल सौंसर आ रहा हूं। ट्वीटर कर भोजन के लिए आमंत्रित करना सौंसर, छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश और भारत की परंपरा नहीं है। राजनैतिक रोटियां सेंकना न तो मेरा स्वभाव है ना ही मेरे संस्कार। पूरे प्रदेश को विनश के गर्त में पहुंचाने वालों के मुंह से विकास के मॉडल की बात अच्छी नहीं लगती। लूट का नया मॉडल इस सरकार ने दिया है।
अब अपने पैसे से शिवाजी की प्रतिमा लगाने की बात कर रहे हैं, पहले प्रतिमा गिराई ही क्यों। प्रतिमा तो जनता के पैसों से ही लगेगी।
अब अपने पैसे से शिवाजी की प्रतिमा लगाने की बात कर रहे हैं, पहले प्रतिमा गिराई ही क्यों। प्रतिमा तो जनता के पैसों से ही लगेगी।